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दिल्ली शराब नीति मामले में न्यायिक हिरासत में भेजे गए दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal के फोन की जांच करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केजरीवाल के आईफोन तक पहुंच हासिल करने के लिए फोन कंपनी एप्पल से संपर्क किया था। हालाँकि, Apple ने कथित तौर पर दावा किया है कि डेटा को केवल डिवाइस के मालिक द्वारा निर्धारित पासवर्ड से ही एक्सेस किया जा सकता है। यानी कि केजरीवाल के फोन के डेटा को एक्सेस करने में एप्पल ईडी की मदद नहीं कर सकता।
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के फोन तक पहुंच में मदद के लिए देश में ऐप्पल केनिर्माताओं से संपर्क किया था। हालांकि, उन्हें बताया गया है कि जांच एजेंसी को किसी भी डेटा को पुनः प्राप्त करने के लिए पासवर्ड की आवश्यकता होगी।
इलेक्ट्रॉनिक सबूत बरामद नहीं
केजरीवाल के खिलाफ पर्सनल कंप्यूटर या डेस्कटॉप जैसे कोई इलेक्ट्रॉनिक सबूत बरामद नहीं होने के कारण, ईडी केजरीवाल सहित चार जब्त किए गए मोबाइल फोन पर ही फोकस कर रहा है। केजरीवाल, जो 1 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में रहेंगे, उनका कहना हे कि ईडी उनके फोन के माध्यम से उनकी पार्टी ‘आप’की चुनाव रणनीति की डिटेल हासिल कर सकता है।
ईडी ने की थी केजरीवाल की हिरासत सात दिन बढ़ाने की मांग
केजरीवाल ने ईडी को सूचित किया है कि संबंधित आईफोन लगभग एक साल से उनके पास है, और 2020-2021 में शराब नीति के प्रारूपण के दौरान इस्तेमाल किया गया डिवाइस अब उनके पास नहीं है। वहीं ईडी ने जांच में सहयोग न करने और फोन का पासवर्ड छिपाने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल की हिरासत सात दिन बढ़ाने की मांग की थी। एजेंसी ने यह भी दावा किया कि उसके पास इस बात के सबूत हैं कि केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी।