Bharat Tex 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कपड़ा क्षेत्र को पूरा सहयोग देने का वादा किया और साथ ही इस बात पर बल दिया कि यह क्षेत्र 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत 2047 में आजादी के सौ साल पूरे करेगा।
मोदी ने ‘भारत टेक्स-2024’ का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत के निर्माण में कपड़ा क्षेत्र के योगदान को और बढ़ाने के लिए सरकार बहुत व्यापक स्तर पर काम कर रही है। ‘भारत टेक्स’ देश में आयोजित सबसे बड़े वैश्विक कपड़ा कार्यक्रमों में से एक है।
मोदी ने कहा, ‘हमने अगले 25 साल में भारत को विकसित राष्ट्र में बदलने का संकल्प लिया है। विकसित भारत के चार महत्त्वपूर्ण स्तंभ- गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं। विशेष रूप से, भारत का कपड़ा क्षेत्र इन सभी स्तंभों से जुड़ा हुआ है। इसलिए ‘भारत टेक्स’ जैसा आयोजन हम सभी के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण हो जाता है।’
उन्होंने कहा कि 2014 में भारत के कपड़ा बाजार का मूल्यांकन सात लाख करोड़ रुपये से भी कम था जबकि अब यह 12 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 साल में धागे, कपड़े और परिधान के उत्पादन में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सरकार का कपड़ा क्षेत्र में गुणवत्ता नियंत्रण पर पूरा ध्यान है।
कपड़ा क्षेत्रों में रोजगार की संभावना, ग्रामीण आबादी और महिलाओं की भागीदारी पर उन्होंने कहा कि परिधान निर्माताओं में दस में से सात महिलाएं हैं और हथकरघा में तो यह संख्या और भी अधिक है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि पिछले 10 साल में उठाए गए कदमों ने खादी को विकास और नौकरियों का एक मजबूत माध्यम बना दिया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह पिछले दशक की कल्याणकारी योजनाओं और बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाने से कपड़ा क्षेत्र को भी फायदा हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कपास, जूट और रेशम उत्पादक के रूप में भारत की बढ़ती साख के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सरकार कपास किसानों का समर्थन कर रही है और उनसे कपास खरीद रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पेश किया गया ‘कस्तूरी कॉटन’ वैश्विक स्तर पर भारत का ‘ब्रांड मूल्य’ बनाने में एक बड़ा कदम होगा।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार कौशल के साथ-साथ पैमाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है और देश में राष्ट्रीय फैशन टेक्नोलॉजी संस्थान (निफ्ट) परिसरों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। उन्होंने कहा कि स्थानीय बुनकरों और कारीगरों को भी नई प्रौद्योगिकियों से संबंधित विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से निफ्ट से जोड़ा जा रहा है।