भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में ‘बैंकिंग फोन सिस्टम’ था और उस समय बैंकिंग प्रणाली ‘वेंटिलेटर’ पर चली गई थी।
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने ‘बैंककारी विधियां (संशोधन) विधेयक, 2024’ पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व के चलते भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में सुधार आया जो विकसित भारत के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री एक हैं तो सेफ हैं की बात करते हैं तो वह बैंकिंग सुधारों के लिए महत्वपूर्ण है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता है कि जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा हो।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के समय ‘फोन बैंकिंग सिस्टम’ था। नेता फोन उठाकर कहते थे कि कर्ज दे दो,यह नहीं देखा जाता था कि कर्ज लेने वाला लौटा सकता है या नहीं। कांग्रेस की इस प्रणाली के कारण एनपीए बढ़ता चला गया। बैंकिंग प्रणाली वेंटिलेंटर पर थी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इसे संकट से बाहर निकाला। यह विधेयक बैंकिंग प्रणाली में सुधार से जुड़ा है। हमारी सरकार में 10 लाख करोड़ रुपये के ‘बैड लोन’ की वसूली की गई। यह सब सुधारों के चलते संभव हुआ।