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Ladla Bhai Yojana: महाराष्ट्र सरकार ने लाडली बहना के बाद घोषित की लाडला भाई योजना

Ladla Bhai Yojana: इस योजना में 12वीं पास छात्रों को हर महीने 6 हजार, डिप्लोमा धारकों को हर महीने 8 हजार रुपए और स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुके छात्रों को 10 हजार रुपए मिलेंगे।

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सुशील मिश्र   
Last Updated- July 18, 2024 | 8:04 PM IST

Ladla Bhai Yojana: महाराष्ट्र में मध्य प्रदेश की तर्ज पर लागू की गई लाडली बहन योजना को अच्छा प्रतिसाद मिलता देखकर राज्य सरकार ने लाडला भाई योजना लाने की घोषणा की है। इस योजना में 12वीं पास छात्रों को हर महीने 6 हजार, डिप्लोमा धारकों को हर महीने 8 हजार रुपए और स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुके छात्रों को 10 हजार रुपए मिलेंगे।

विधानसभा चुनाव से पहले महायुति सरकार ने घोषणाओं की झड़ी लगा दी है। लाडली बहना योजना की तर्ज पर लाडला भाई योजना का ऐलान करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस योजना के तहत हमारी सरकार राज्य के युवाओं को कारखानों में अप्रेंटिसशिप करने के लिए पैसे देने जा रही है। इससे वे कुशल होंगे।

इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने ऐसी योजना पेश की है। इस योजना के माध्यम से हमने बेरोजगारी का समाधान ढूंढ लिया है। इस योजना के माध्यम से युवा अन्य कारखानों में अनुभव और कुशलता हासिल करेंगे। महाराष्ट्र सरकार उन्हें बेरोजगारी से उबरने के लिए वजीफा देगी।

महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में लाडली बहना योजना लाई थी, जिसके तहत 21 वर्ष से 60 वर्ष के बीच की सभी पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की इस घोषणा को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का प्रदर्शन निराशाजनक था। इसके पीछे युवाओं में बेरोजगारी को लेकर बढ़ती नाराजगी को मुख्य वजह बताया गया था।

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महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में बेरोजगार युवाओं का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र में मध्य प्रदेश की लाडली योजना के तरह बेरोजगार लड़कों के लिए योजना लागू की जानी चाहिए। माना जा रहा है कि शिंदे सरकार की इस घोषणा को विपक्ष के इस हथियार की काट के तौर पर देखा जा रहा है।

योजना पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा कि चुनाव से पहले इस तरह की योजनाओं की घोषणा वोट खरीदने का जरिया है। महाराष्ट्र सरकार कर्ज में है और घोषणाओं पर पैसा खर्च किया जा रहा है।

First Published : July 18, 2024 | 8:04 PM IST