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Odisha Train Accident: रेल हादसों से सबक क्यों नहीं लेती सरकार! पिछले 10 वर्षों में सातवीं बड़ी दुर्घटना

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भाषा   
Last Updated- June 03, 2023 | 1:56 PM IST

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार को हुए ट्रेन हादसे में कम से कम 261 लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग 900 यात्री घायल हैं, जो हालिया समय के सबसे दुखद रेल हादसों में से एक है। अब तक पिछले 10 वर्षों में कम से कम सात बड़ी रेल दुर्घटनाएं हो चुकी है।

एक नजर पिछले 10 वर्षों में हुए प्रमुख रेल हादसों पर-

वर्ष 2012: 22 मई को हुए रेल हादसे में एक मालगाड़ी और हुबली-बैंगलोर हम्पी एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के करीब टकरा गई थी। ट्रेन के चार डिब्बों के पटरी से उतरने और उनमें से एक में आग लगने के कारण लगभग 25 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 43 घायल हो गये थे।

वर्ष 2014: 26 मई को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर इलाके में गोरखपुर की ओर जा रही गोरखधाम एक्सप्रेस खलीलाबाद स्टेशन के पास रुकी मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिससे उस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा घायल हो गए थे।

वर्ष 2016: 20 नवंबर को इंदौर-पटना एक्सप्रेस 19321 कानपुर में पुखरायां के करीब पटरी से उतर गई, जिसमें कम से कम 150 यात्रियों की मौत हो गई थी और 150 से अधिक घायल हो गए थे।

वर्ष 2017: 23 अगस्त को दिल्ली की ओर आ रही कैफियत एक्सप्रेस के नौ डिब्बे उत्तर प्रदेश के औरैया के पास पटरी से उतर गए, जिससे कम से कम 70 लोग घायल हो गए
थे।

वर्ष 2017: 18 अगस्त को पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस मुजफ्फरनगर में पटरी से उतर गई, जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 60 अन्य घायल हो गए थे।

वर्ष 2022: 13 जनवरी को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के कम से कम 12 डिब्बे पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार क्षेत्र में पटरी से उतर गए, जिससे नौ लोगों की मौत हो गई थी और 36 अन्य घायल हो गए थे।

वर्ष 2023: दो जून को ओडिशा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के बेपटरी होने और एक मालगाड़ी के टकराने से जुड़े रेल हादसे में कम से कम 261 लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग 900 यात्री घायल हो गये।

First Published : June 3, 2023 | 1:56 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)