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कोलकाता डॉक्टर हत्या के विरोध में तीसरे दिन भी हड़ताल जारी, दिल्ली के अस्पतालों में सेवाएं प्रभावित

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली भी हड़ताल से अछूता नहीं है। यहां अस्पताल प्रशासन की कड़ी चेतावनी के बावजूद डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं।

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संकेत कौल   
Last Updated- August 14, 2024 | 11:24 PM IST

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में शुरू हुई हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। दिल्ली के लगभग सभी बड़े अस्पतालों में आपातकालीन छोड़ ओपीडी और अन्य चिकित्सा सेवाएं ठप रहीं।

आरडीए के आह्वान पर शुरू की गई हड़ताल का व्यापक असर दिखा है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली भी हड़ताल से अछूता नहीं है। यहां अस्पताल प्रशासन की कड़ी चेतावनी के बावजूद डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं। यहां बुधवार को ओपीडी मरीजों में 55 प्रतिशत और ऑपरेशन थियेटर सेवाओं में 85 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।

प्रयोगशाला और एक्स-रे तथा सीटी स्कैन जैसी रेडियोलॉजी सेवाओं में क्रमश: 20 एवं 40 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। एम्स में प्रतिदिन लगभग 10,000 मरीज इलाज के लिए आते हैं। सफदरजंग और लोक नायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) जैसे अस्पतालों में भी डॉक्टरों ने हड़ताल में हिस्सा लिया और यहां भी पिछले तीन दिन से ओपीडी रजिस्ट्रेशन बुरी तरह प्रभावित रहा।

रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) के आह्वान पर कई राज्यों में डॉक्टरों की हड़ताल ऐसे समय अपने तीसरे दिन में प्रवेश कर गई जब पीडि़त डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए देश भर के डॉक्टरों से हड़ताल का आह्वान करने वाले फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (फोरडा) ने मंगलवार देर रात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद अपनी हड़ताल खत्म करने का ऐलान कर दिया।

फोरडा ने अपने बयान में कहा कि नड्डा के साथ मुलाकात की सबसे बड़ा नतीजा यह रहा कि वह स्वास्थ्य कर्मियों के लिए केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम पर काम करने के लिए एक समिति बनाने पर सहमत हो गए हैं। इस समिति में फोरडा भी शामिल रहेगी। फोरडा ने अपने बयान में कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस अधिनियम पर अगले 15 दिन में काम शुरू करने का वादा किया है।

First Published : August 14, 2024 | 11:03 PM IST