अमेरिकी अर्थव्यवस्था में आयी मंदी से जहां सब कोई परेशान नजर आ रहा है वही वहां के व्यापार के वित्तीय आकार को इससे फायदा होता नजर आ रहा है।
बताया जा रहा है कि व्यापार का वित्तीय दायरा बेहतर हो गया है। वित्तीय सेवा से अलग कॉरपोरेशन सिसको सिस्टन व कोका कोला अपनी नकदी वसूली को देखकर हैरान है। उन्होंने अल्पावधि के लिए दिए जाने वाले कर्ज को कम कर दिया है।
फेडरल रिजर्व के पूर्व चेयरमैन ने डयूश बैंक द्वारा गत सप्ताह आयोजित एक सम्मेलन में कि वित्तीय सेवाओं से हटकर देखे तो अर्थव्यवस्था एक ठीकठाक स्थिति में नजर आ रही है। फेडरल रिजर्व के वर्तमान प्रमुख एस बर्नान्के भी यही मानते हैं। गत 2 अप्रैल को उन्होंने कानून निमार्ताओं से कहा कि बैंकिंग व शेयर उद्योग के अलावा अन्य उद्योगों की बैलेंस शीट मजबूत नजर आ रही है। यह मजबूती अर्थव्यवस्था के लिए एक शुभ संकेत है।
जानकारों का मानना है कि इन दिनों गैर वित्तीय कंपनियों व वित्तीय कंपनियों में लड़ाई चल रही है। एक तरफ तो मजबूत स्थिति वाली गैर वित्तीय कंपनियां हैं तो दूसरी तरफ कमजोर होती वित्तीय कंपनियां व हाउसिंग क्षेत्र। ग्रीनस्पान के मुताबिक वे इस बात का अंदाजा नहीं लगा सकते कि इन दोनों में किसकी जीत होगी और हो सकता है कि अर्थव्यवस्था इस साल की दूसरी छमाही में संघर्षरत नजर आए।
प्रमुख अर्थशास्त्री जॉन लोनस्की कहते हैं, गैर वित्तीय कंपनियां बेहतर स्थिति में इसलिए हैं कि उन्होंने व्यय करने के दौरान अपने खर्च पर एक नियंत्रण रखा। इससे फायदा यह हुआ कि उनकी लागत में बहुत बढ़ोतरी नहीं हुई।ग्रीन स्पान का कहना है कि कई कंपनियां नकदी के लिए बैंक पर निर्भर नहीं थे। अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भी विदेशों में मजबूती मिलने से काफी फायदा हुआ है।
उनका वैश्विक मुनाफा वर्ष 2007 में वर्ष 2000 के मुकाबले 142 फीसदी अधिक था और 1990 के मुकाबले इस मुनाफे में 507 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।