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ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक ने चुनावी प्रदर्शन के बाद ‘हमेशा की तरह कड़ी मेहनत’ करने का किया वादा

नतीजों के बाद सुनक ने एक बयान में कहा, “... हम लेबर पार्टी से मुकाबला करने और अपने देश को बेहतर भविष्य देने के लिए हमेशा की तरह कड़ी मेहनत करना जारी रखेंगे।”

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भाषा   
Last Updated- May 05, 2024 | 8:01 PM IST

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने निराशाजनक चुनाव परिणामों के बाद रविवार को “हमेशा की तरह कड़ी मेहनत” करने का वादा किया। इन चुनावों में उनकी कंजर्वेटिव पार्टी को कई स्थानीय प्राधिकारों में हार का सामना करना पड़ा और यहां तक कि इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड्स क्षेत्र में मेयर पद भी गंवा दिया।

भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता ने उस वक्त अपनी निराशा व्यक्त की जब वेस्ट मिडलैंड्स के पार्टी के लोकप्रिय मेयर एंडी स्ट्रीट, लेबर प्रतिद्वंद्वी रिचर्ड पार्कर से बेहद करीबी मुकाबले में मात्र 1,508 वोटों से हार गए। मतों के कम अंतर को देखते हुए यहां पुनर्मतगणना का आदेश भी दिया गया था।

सुनक के लिए बेन हाउचेन के रूप में उम्मीद की एकमात्र किरण बची जिन्होंने लेबर पार्टी के नेतृत्व में विपक्षी दलों की जीत के बीच शुक्रवार को टीज वैली में पार्टी की तरफ से मेयर पद पर कब्जा किया।

नतीजों के बाद सुनक ने एक बयान में कहा, “… हम लेबर पार्टी से मुकाबला करने और अपने देश को बेहतर भविष्य देने के लिए हमेशा की तरह कड़ी मेहनत करना जारी रखेंगे।”

जबकि टोरी विद्रोहियों ने घूमना शुरू कर दिया है, इस बार की गूंज सुनक को पार्टी नेता के रूप में बदलने के आसपास नहीं है, बल्कि कानूनी प्रवासन पर सीमा निर्धारित करने और टैक्स में नाटकीय रूप से कटौती करने जैसे पार्टी के मुख्य मुद्दों पर सख्त होने के लिए उन पर दबाव बढ़ रहा है। पूर्व गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन इस आरोप का नेतृत्व कर रही हैं और उन्होंने ‘द डेली टेलीग्राफ’ में कड़ी फटकार लगाते हुए मांग की है कि सुनक के लिए “प्रबंधकीयवाद” (managerialism) से आगे बढ़ने और मजबूत नेतृत्व दिखाने का समय आ गया है।

गुरुवार को स्थानीय परिषदों के लिए हुए चुनावों के अधिकांश नतीजों के साथ, लेबर को 1,100 से अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं। लिबरल डेमोक्रेट्स ने 500 से अधिक सीटें जीतकर टोरीज को हराकर दूसरे स्थान पर कब्जा कर लिया, क्योंकि कंजर्वेटिव्स ने स्थानीय पार्षदों की लगभग 400 सीटें खो दीं, जो कचरा संग्रहण, सड़कों और स्थानीय बुनियादी ढांचे के साथ-साथ अपराध से लड़ने जैसे दिन-प्रतिदिन के मुद्दों का प्रबंधन करते थे।

First Published : May 5, 2024 | 8:01 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)