चीनी अर्थव्यवस्था के विकास की रफ्तार कम होती नजर आ रही है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था कोविड के बाद से लड़खड़ा है और इसमें सुधार की दर धीमी है। हाल ही में जारी किए गए मई के आंकड़ों ने इस धारणा को और मजबूती दी, जिसके बाद चार प्रमुख पश्चिमी बैंकों ने चीन के लिए अपने 2023 सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के विकास के पूर्वानुमान में कटौती की है।
यूबीएस, स्टैंडर्ड चार्टर्ड, बैंक ऑफ अमेरिका (BoA) और जेपी मॉर्गन अब उम्मीद करते हैं कि चीन की GDP वृद्धि इस साल 5.2 फीसदी से 5.7 फीसदी के बीच होगी, जो पहले 5.7 फीसदी से 6.3 फीसदी के बीच थी।
चीन में कारखाना गतिविधियों में मई में गिरावट आई है। इससे यह संकेत मिलता है कि वायरस नियंत्रण उपायों के समाप्त होने के बाद चीन का आर्थिक पुनरुद्धार सुस्त पड़ा है।
2022 के अपने लक्ष्य से बुरी तरह चूकने के बाद चीनी सरकार ने इस वर्ष के लिए लगभग 5 फीसदी का मामूली सकल घरेलू उत्पाद (GDP) विकास लक्ष्य निर्धारित किया है।
यूबीएस के अर्थशास्त्रियों ने शुक्रवार को अपने सकल घरेलू उत्पाद के पूर्वानुमान को 5.7 फीसदी से घटाकर 5.2 फीसदी कर दिया और एक नोट में कहा कि उन्हें और अधिक नीतिगत समर्थन मिलने की उम्मीद है।
चीन के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को अपनी एक साल की मध्यम अवधि की ऋण सुविधा पर ब्याज दर में कटौती की, जो 10 महीनों में इस तरह की पहली ढ़ील है, जिससे अगले सप्ताह बेंचमार्क लोन प्राइम रेट (LPR) में कटौती का मार्ग प्रशस्त हुआ।
स्टैंडर्ड चार्टर्ड के अर्थशास्त्रियों ने अपने 2023 के विकास अनुमान को पहले के 5.8 फीसदी से घटाकर 5.4 फीसदी कर दिया।
अर्थशास्त्रियों ने एक नोट में कहा, ‘अतिरिक्त प्रोत्साहन को मापने की संभावना है, क्योंकि चीन व्यापार के माहौल और आत्मविश्वास में सुधार को प्राथमिकता देता है।’
स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने चीन की दूसरी तिमाही में विकास दर के अनुमान को 7 फीसदी से घटाकर 5.8 फीसदी कर दिया। अप्रैल-जून की वृद्धि को व्यापक रूप से तुलना के निम्न आधार से बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, क्योंकि एक साल पहले महामारी के लिए व्यापर लॉकडाउन लगा हुआ था।
BofA ने अपने 2023 के सकल घरेलू उत्पाद के विकास अनुमान को 6.3 फीसदी से घटाकर 5.7 फीसदी कर दिया, जबकि जेपी मॉर्गन ने पहले ही अपने दृष्टिकोण को 5.9 फीसदी से घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया था।