ब्रिटेन से आने वाली उड़ानें मंगलवार मध्यरात्रि से 31 दिसंबर तक के लिए बंद कर दी गई हैं। भारत सरकार ने यह कदम ब्रिटेन में कोविड-19 का नया वायरस फैलने की खबरों के बाद उठाया है ताकि वायरस भारत में नहीं आ सके। भारत के अलावा यूरोप, एशिया और दक्षिण अमेरिका के 30 अन्य देश भी ब्रिटेन से यात्रियों की आमद पर रोक लगा चुके हैं।
उड़ानें रोकने का फैसला स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त कार्यबल की सिफारिशों के बाद किया गया और इसका असर 80 से ज्यादा उड़ानों पर पड़ेगा। ब्रिटिश एयरवेज भारत के लिए हर सप्ताह 29 उड़ानें चलाती है और एयर इंडिया की 23 उड़ानें चलती हैं। वर्जिन अटलांटिक की ब्रिटेन से भारत के लिए हर हफ्ते 8 और विस्तारा की 5 उड़ानें आती हैं। भारत और ब्रिटेन के बीच 45 फीसदी उड़ानें मुंबई तथा दिल्ली हवाई अड्डों पर आती-जाती हैं। सरकारी फैसले के मुताबिक यूरोप तथा पश्चिम एशिया से मुंबई आने वाले मुसाफिरों को संस्थागत क्वारंटीन में रहना ही होगा।
नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला को लिखे पत्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव राजेश भूषण ने कहा, ‘भारत में पिछले ढाई महीने से कोविड-19 के मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है और इससे होने वाली मौतों की संख्या भी घटती जा रही है। ऐसी सूरत में हवाई यात्रियों के जरिये सार्स-कोवी2 वायरस के आने से देश में महामारी प्रबंधन को बड़ा खतरा हो सकता है।’
नागर विमानन मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि 22 दिसंबर की आधी रात से 31 दिसंबर तक दोनों देशों के बीच सभी उड़ानें रोक दी जाएंगी। पहले से ही रवाना हो चुके जो यात्री मंगलवार मध्यरात्रि के बाद आने वाले हैं, उन्हें यहां पहुंचने पर आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी।
केंद्र के फरमान के बाद राज्यों ने बीमारी फैलने से रोकने के लिए निगरानी तेज कर दी है। महाराष्ट्र ने मुंबई में 15 दिन का रात्रि कफ्र्यू लगा दिया और विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए क्वारंटीन के सख्त कायदों की घोषणा कर दी। पश्चिम एशिया और यूरोप से मुंबई पहुंचने वाले सभी यात्रियों को शहर में अनिवार्य संस्थागत क्वारंटीन में रहना होगा। मंगलवार की मध्यरात्रि तक लंदन से आने वाले मुसाफिरों के लिए भी संस्थागत क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया गया है।
कर्नाटक सरकार ने बेंगलूरु और मंगलूरु हवाई अड्डों को 7 दिसंबर से ब्रिटेन से आए सभी यात्रियों का ब्योरा मुहैया कराने का निर्देश दिया है।
वर्जिन अटलांटिक ने कहा, ‘हमें भारत सरकार की इस घोषणा के बारे में पता है कि से 22 से 31 दिसंबर तक ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों की वजह से रोक लगी रहेगी। हमारी टीमें उड़ानों के कार्यक्रम का जायजा ले रही हैं और जिन यात्रियों की उड़ानों पर असर पड़ेगा उन्हें सूचित किया जाएगा। यदि हम ग्राहक की उड़ान रद्द करते हैं तो उसके संपर्क में रहेंगे और यात्रियों के पास 31 दिसंबर, 2022 तक नई तारीख तथा नई जगह के लिए दोबारा टिकट बुक कराने का विकल्प होगा। वे टिकट के पैसे वापस भी ले सकते हैं।’