पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान | फोटो क्रेडिट: X/@PTIofficial
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को शुक्रवार को हाई-प्रोफाइल अल-कादिर ट्रस्ट केस में दोषी ठहराया गया। 190 मिलियन ब्रिटिश पाउंड के इस केस में कोर्ट ने इमरान खान को 14 साल की जेल और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को 7 साल की जेल की सजा सुनाई है। इसके अलावा इमरान खान पर 10 लाख पाकिस्तानी रुपए और उनकी पत्नी बुशरा बीबी पर 500,000 पाकिस्तानी रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। इस मामले में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (National Accountability Bureau, NAB) ने दिसंबर 2023 में इमरान खान (72), बुशरा बीबी (50) और छह अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। यह फैसला जज नासिर जावेद राणा ने आदियाला जेल में कड़ी सुरक्षा के बीच एक स्पेशल कोर्ट में सुनाया।
इस मामले में आरोप है कि इमरान खान और बुशरा बीबी ने ब्रिटेन से पाकिस्तान लौटाए गए 50 अरब रुपए को कानूनी रूप देने के बदले बहरिया टाउन लिमिटेड (Bahria Town Ltd.) से अरबों रुपये और जमीन अवैध तरीके से प्राप्त की। दिसंबर 2023 में NAB ने इमरान खान, बुशरा बीबी और अन्य 6 के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर केस दर्ज किया। इस केस में आरोप लगाया गया कि राज्य के लिए आने वाले फंड्स को निजी खातों में ट्रांसफर करने में मदद की गई।
फरवरी 2024 में, आम चुनाव के तुरंत बाद, इस मामले में इमरान खान और बुशरा बीबी पर पहली बार आरोप तय हुए। NAB ने दावा किया कि बहरिया टाउन के मलिक रियाज हुसैन और उनके साथियों ने अवैध रूप से जमीन और धन का ट्रांसफर किया।
इस फैसले में कई बार अलग-अलग कारणों के चलते देरी हुई। पहले यह फैसला दिसंबर 2023 से जनवरी 2024 तक शीतकालीन अवकाश और अलग अलग मुद्दों के कारण टाल दिया गया। इमरान खान और बुशरा बीबी की कोर्ट में अनुपस्थिति भी देरी का कारण बनी।
2023 से कई कानूनी चुनौतियों का सामना कर रहे इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) का कहना है कि यह मामला पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है। हालांकि इमरान खान को तोशाखाना और इद्दत मामलों में पहले ही बरी कर दिया गया था, लेकिन उनके खिलाफ तोशाखाना केस में नए आरोप लगाए गए है, जिससे उनके कानूनी मामले और जटिल हो गए हैं।