नवोन्मेष सूचकांक में भारत 46वें स्थान पर

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 12:53 AM IST

भारत वैश्विक नवोन्मेष सूचकांक (जीआईआई), 2021 में 2 पायदान ऊपर उठकर 46वें स्थान पर पहुंच गया है। यह सूचकांक विश्व बौद्धिक संपदा संगठन द्वारा तैयार किया जाता है।
पिछले कुछ साल से भारत की रैंकिंग लगातार बढ़ रही है और 2015 के 81वें स्थान से अब 2021 में भारत 46वें स्थान पर पहुंच गया है।
जीआईआई रिपोर्ट में कहा गया है, ‘भारत एक बार फिर आगे बढ़कर 2 पायदान ऊपर (46वें स्थान पर) पहुंच गया है, जो जीआईआई, 2020 में 48वें स्थान पर था। उसके पहले के साल में भारत 50 देशों में शामिल हुआ था। निम्न मध्य आय वर्ग में यह दूसरे स्थान पर है। भारत 2019 और 2020 में अपने आय वाले देशों के बीच तीसरा स्थान हासिल किया था और 2019 में शीर्ष 3 में पहुंचा था।’  
इसमें कहा गया है कि भारत विकासशील परिष्कृत सेवाओं में सफल के रूप में दिखाया गया है, जो तकनीकी रूप से गतिशील है और इसका अंतरराष्ट्रीय कारोबार हो सकता है। आईएसटी सेवा निर्यात सूचकांक में भारत विश्व में पहले स्थान पर बना हुआ है और घरेलू उद्योग विविधीकरण (12वां) और विज्ञान एवं इंजीनियरिंग में स्नातक (12वां) के मामले में शीर्ष रैंकिंग में बना हुआ है।
केंद्र सरकार ने एक आधिकारिक बयान में कहा है, ‘परमाणु ऊर्ज विभाग, विज्ञान व तकनीक विभाग, बॉयोटेक्नोलॉजी विभाग और अंतरिक्ष विभाग जैसे विज्ञान से जुड़े विभागों ने राष्ट्रीय नवोन्मेष का माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाई है।’

First Published : September 20, 2021 | 11:15 PM IST