विदेश सचिव विनय क्वात्रा और उनके नेपाली समकक्ष सेवा लमसल ने बुधवार को भारत-नेपाल द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की। हाल ही में नेपाल के विदेश सचिव के रूप में कार्यभार संभालने के बाद लमसल अपनी पहली विदेश यात्रा पर भारत आए हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ”दोनों विदेश सचिवों ने भारत एवं नेपाल के बीच बहुमुखी सहयोग की संपूर्ण श्रृंखला पर चर्चा की और सातवें भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की बैठक पर भी चर्चा की।”
संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता पिछले महीने काठमांडू में विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके नेपाली समकक्ष एनपी सऊद ने की थी। मंत्रालय ने लमसल की यात्रा पर कहा,”यह यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा और भारत अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के तहत है।”
विदेश सचिव लमसल बृहस्पतिवार को पुणे में विदेश मंत्रालय और पुणे इंटरनेशनल सेंटर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित आठवीं एशिया आर्थिक वार्ता में भाग लेने के लिए भारत की यात्रा पर आए हैं। भारत के लिए नेपाल क्षेत्र में अपने समग्र रणनीतिक हितों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है और दोनों देशों के नेताओं ने अक्सर सदियों पुराने “रोटी बेटी” रिश्ते पर ध्यान दिया है।
देश की 1,850 किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा पांच भारतीय राज्यों सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ लगती है। नेपाल वस्तुओं और सेवाओं के परिवहन के लिए भारत पर बहुत अधिक रूप से निर्भर है।