केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि स्थानीय प्रशासन के सहयोग के बिना घुसपैठ और तस्करी को रोकना मुश्किल है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही एक ऐसी राजनीतिक स्थिति सामने आएगी जिसमें स्थानीय अधिकारियों को जनता के दबाव के कारण मदद का हाथ बढ़ाने के लिए ‘मजबूर’ होना पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘बीएसएफ को यह सुनिश्चित करना होता है कि सीमाएं अभेद्य हों। सीमाओं की रक्षा करना उनका संवैधानिक अधिकार है। लेकिन स्थानीय प्रशासन के सहयोग के बिना घुसपैठ और तस्करी को रोकना मुश्किल है।’
शाह ने उत्तर 24 परगना जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘हालांकि, हमें विश्वास है कि जल्द ही एक ऐसी राजनीतिक स्थिति सामने आएगी जिसमें जनता के दबाव के कारण आपको वह सहयोग मिल जाएगा। हर कोई हर तरह का सहयोग देने के लिए मजबूर होगा।’ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने शाह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि सीमाओं की रक्षा करना बीएसएफ का कर्तव्य है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने देश की सीमाओं की सुरक्षा में सीमा सुरक्षा बल की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार का एक मुख्य ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि देश बाहर और अंदर दोनों तरफ से सुरक्षित रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है क्योंकि हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं।’ शाह ने हरिदासपुर में ‘मैत्री संग्रहालय’ की आधारशिला रखते हुए बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में बीएसएफ की भूमिका की सराहना की। इससे पहले दिन में, शाह ने सुंदरबन के हिंगलगंज में फ्लोटिंग सीमा चौकियों (जलीय सीमाओं की रक्षा के लिए जहाजी बेड़ा, पोत, नौका) का उद्घाटन किया और 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद पहली बार पश्चिम बंगाल की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान एक नाव एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाई।
तृणमूल को उखाड़ फेंकने तक चैन से नहीं बैठेगी भाजपा
गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के अत्याचारी शासन को उखाड़ कर लोकतंत्र को बहाल करने तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चैन से नहीं बैठेगी। उत्तरी बंगाल के सिलीगुड़ी में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ‘कट मनी’ (जबरन वसूली), भ्रष्टाचार और राजनीतिक हिंसा के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी। शाह ने तृणमूल कांग्रेस पर बंगाल में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर ‘अफवाह फैलाने’ का आरोप लगाया और कहा कि कोविड-19 महामारी के खत्म होने के बाद कानून को लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘मैं बंगाल विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या तीन से बढ़ाकर 77 तक पहुंचाने के लिए उत्तर बंगाल के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। टीएमसी के अत्याचारी शासन को उखाड़ फेंकने तक भाजपा चैन से नहीं बैठेगी।’ केंद्रीय गृह मंत्री ने दावा किया कि बनर्जी ने हमेशा निहित राजनीतिक स्वार्थों के लिए गोरखा लोगों को गुमराह किया। भाषा