वैश्विक खाद्य संकट के गहराते बादलों को कुछ हद तक साफ करने के लिए जापान दो लाख टन चावल का निर्यात कर सकता है।
इस चावल को जापान ने विश्व व्यापार संगठन के एक समझौते के तहत खरीदा था। दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों की मांग को देखते हुए जापान इस चावल के भंडार को फिलीपींस भेजने पर विचार कर रहा है।
देश के उप कृषि मंत्री तोशिरू शिरासु ने टोक्यो में संवाददाताओं को बताया कि चावल से लदे जहाजों को फिलीपींस भेजा जाएगा। भारत और विएतनाम जैसे देशों की ओर से घरेलू बाजार में उपलबधता बनाए रखने के लिए निर्यात पर रोक लगाने के बाद दुनिया भर में चावल की किल्लत देखने को मिल रही है। हेती से लेकर मिस्त्र तक चावल और आटे को लेकर दंगा फसाद शुरू हो गया है।
कीमतों में लगी आग की वजह से फिलीपींस जो चावल का सबसे बड़ा उत्पादक है घरेलू मांग को पूरा करने के लिए चावल की खरीद नहीं कर पा रहा था। शिरासु ने कहा, ‘हम जल्द से जल्द चावल से लदे जहाज फिलीपींस भेजना चाहते हैं।’ अमेरिका के एक व्यापार अधिकारी ने पिछले हफ्ते ही खुलासा किया था कि अगर जापान विश्व में जारी खाद्य संकट में थोड़ी राहत पुहंचाने के लिए अपने चावल भंडार को खोलना चाहता है तो इस पर अमेरिका को कोई आपत्ति नहीं होगी।
उन्होंने साथ ही इस बात से भी इनकार किया था कि डब्लूटीओ इस मसले पर कोई शिकायत कर सकता है। हालांकि 16 मई को शिकागो ट्रेडिंग के दौरान चावल की कीमतें छह हफ्तों के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई थीं। इसके पीछे इन अटकलों का हाथ था जिनके मुताबिक ऐसा माना जा रहा है कि जापान और पाकिस्तान विश्व को अपनी ओर से दी जाने वाली खाद्य आपूर्ति में थोड़ी ढिलाई बरत सकते हैं।
इधर फिलीपींस अपनी घरेलू मांग को पूरा करने के लिए एक निजी संगठन से भी चावल खरीद के बारे में बात कर रहा है। फिलीपींस की योजना जापान से 50,000 टन घरेलू चावल खरीदने की है। एक सरकारी अधिकारी के अनुसार जापान के पास करीब 12 लाख टन का विदेशी चावल भंडार है।