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Microsoft Outage: माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं में व्यवधान, दुनिया भर में कारोबार पर असर

माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने कहा, ‘आज सुबह क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण दुनिया भर में आईटी सिस्टम में समस्या दिखी। हम इसे ठीक करने में ग्राहकों की सहायता कर रहे हैं।’

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- July 19, 2024 | 11:14 PM IST

Microsoft Outage: माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सेवाओं में व्यवधान के कारण आज दुनिया भर में विमान, बैंक, स्टॉक एक्सचेंज, अस्पतालों और अन्य सेवाओं पर व्यापक असर पड़ा है। भारत में भी आईटी प्रणाली प्रभावित हुई और विमानन सेवाओं के परिचालन पर व्यापक असर देखा गया। अन्य सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।

भारत में कई विंडोज उपयोगकर्ताओं को इस समस्या के कारण अपनी मशीनों को बूट करते समय ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ एरर का सामना करना पड़ा। भारत में इसका असर उन उद्यमों तक सीमित रहा, जो सिक्योरिटी सर्विस फर्म क्राउडस्ट्राइक की सेवाओं का उपयोग कर रहे थे।

माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने कहा, ‘आज सुबह क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण दुनिया भर में आईटी सिस्टम में समस्या दिखी। हम इसे ठीक करने में ग्राहकों की सहायता कर रहे हैं।’

साइबर हमले की अफवाह जोर पकड़ने पर क्राउडस्ट्राइक के वै​श्विक मुख्य कार्याधिकारी जॉर्ज कार्ट्ज ने एक्स पर कहा, ‘समस्या का पता लगा लिया गया है और इसे अलग कर दुरुस्त करने के उपाय किए जा रहे हैं। हम ग्राहकों को नए अपडेट भेजते हैं और अपनी वेबसाइट पर निरंतर अपडेट देना जारी रखेंगे।’

बाद में बताया गया कि यह समस्या क्राउडस्ट्राइक के फाल्कन सेंसर के साथ बग अपडेट के कारण हुई थी जिससे विंडोज सिस्टम काम नहीं कर पा रहा था। हाल में आईटी प्रणाली ठप पड़ने का यह सबसे बड़ा मामला है जिसने दुनिया भर में कारोबारों को प्रभावित किया है।

पीडब्ल्यूसी इंडिया में पार्टनर और लीडर (साइबर सिक्योरिटी) सुंदरेश्वर के ने कहा, ‘इस घटना ने न केवल व्यवसायों को ब​ल्कि समूची राष्ट्रीय मशीनरी को भी प्रभावित किया है। इससे यह भी पता चलता है कि संस्थाओं को जोखिम से बचाने के लिए प्रौद्योगिकी के अलावा और भी बहुत कुछ होता है।’ विमानन उद्योग पर इसका व्यापक असर हुआ और कई उड़ानों में देर हुई। यात्रियों को हाथ से लिखे बोर्डिंग पास दिए गए।

सरकार इस समस्या का पता चलते ही तुरंत हरकत में आ गई और समाधान के लिए परामर्श जारी किया। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अ​श्विनी वैष्णव ने एक्स पर कहा, ‘मंत्रालय माइक्रोसॉफ्ट तथा उससे जुड़े संस्थानों के संपर्क में है। वजह पकड़ में आ चुकी है और इसे हल करने के लिए अपडेट जारी किए गए हैं।’ सरकार की शीर्ष साइबर सुरक्षा एजेंसी सर्ट-इन ने इसे गंभीर मामला बताया और इस गड़बड़ी को मैनुअल तरीके से दूर करने के उपाय सुझाए।

ओला इले​क्ट्रिक के संस्थापक और सीईओ भवीश अग्रवाल ने कहा, ‘ऐसी रुकावटें थोड़े समय के लिए होती हैं और जानबूझकर किसी को नुकसान पहुंचाने का मकसद नहीं होता है। लेकिन इससे पता चलता है कि गलत मंशा से भी ऐसा हो सकता है। हमारा 80 फीसदी से ज्यादा डेटा ​भारत से बाहर स्टोर है। ऐसे में सरकार को जो​खिमों की पहचान करते हुए स्थानीय स्तर पर डेटा स्टोर करने के नियमों को सख्त करना चाहिए।’

अ​धिकतर आईटी फर्मों ने कहा कि उनके कामकाज पर इस संकट का कोई असर नहीं पड़ा। वाहन कंपनी मारुति सुजूकी ने कहा कि इस गड़बड़ी के कारण थोड़े समय तक उत्पादन रोकना पड़ा।

एचडीएफसी बैंक और भारतीय स्टेट बैंक ने भी स्पष्ट किया कि उनके कामकाज पर किसी तरह का असर नहीं पड़ा। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि केवल 10 गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में थोड़ी समस्या देखी गई, जिसे दूर कर लिया गया या किया जा रहा है।

(आशुतोष मिश्र, ​शिवानी ​शिंदे, सोहिनी दास, सुब्रत पांडा और खुशबू तिवारी)

First Published : July 19, 2024 | 10:29 PM IST