प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूरोपीय संघ (ईयू) के शीर्ष नेताओं के साथ विस्तृत विषयों पर व्यापक बातचीत की जिसमें दोनों पक्षों ने राजनीति एवं सुरक्षा संबंध, कारोबार, वाणिज्य, संस्कृति और पर्यावरण सहित भारत-ईयू मित्रता को और प्रगाढ़ बनाने के बारे में चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन में शिरकत के लिए रोम आने के बाद पहले आधिकारिक कार्यक्रम के तहत यूरोपीय परिषद अध्यक्ष चाल्र्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेएन के सार्थक चर्चा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चाल्र्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष वॉन डेर लेएन के साथ सार्थक बातचीत के साथ रोम में आधिकारिक कार्यक्रम शुरू हुए। नेताओं ने पृथ्वी को बेहतर बनाने के उद्देश्य से आर्थिक और लोगों के बीच परस्पर रिश्तों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।’ इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ अपनी बैठक को शानदार बताया। वहीं, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष मिशेल ने ट्वीट किया कि हरित बदलाव में भारत की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा, ‘हरित बदलाव में भारत को महत्त्वपूर्ण भूमिका निभानी है। हमने वैश्विक स्वास्थ्य और महामारी से लडऩे के उपायों, मजबूत ईयू-सामरिक गठजोड़, अफगानिस्तान की स्थिति और हिंद-प्रशांत के बारे में चर्चा की।’
दूसरी ओर, यूरोपीय आयोग अध्यक्ष लेएन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर अच्छा लगा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘नरेंद्र मोदी से मुलाकात करके अच्छा लगा। हमारा सामरिक एजेंडा सही राह पर है। हम इस पर सहमत हुए कि हमारे व्यापार वार्ताकार काम शुरू करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हम नवोन्मेष और प्रौद्योगिकी समेत जलवायु पर अपना सहयोग मजबूत करेंगे। हिंद-प्रशांत में सहयोग के लिए आशान्वित हैं।’ लेएन ने टीकाकरण में शानदार प्रगति और टीके का निर्यात फिर से शुरू करने को लेकर भारत को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमें दुनिया में टीकाकरण में मदद के लिए साथ आने की जरूरत है। लेएन की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पिछले सप्ताह ही भारत ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ टीकाकरण के अभियान के तहत 100 करोड़ खुराक देने के आंकड़े को पार कर लिया।
बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि उन्होंने कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘भारत और यूरोपीय संघ के बीच संबंधों को मजबूत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चाल्र्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष वॉन डेर लेएन से मुलाकात की। व्यापार और निवेश संबंधों, जलवायु परिवर्तन, कोविड-19, वैश्विक तथा क्षेत्रीय घटनाक्रम पर व्यापक चर्चा की गई।’ वहीं, विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने मई 2021 में ईयूू 27 प्रारूप में भारत-ईयू नेताओं की बैठक और जुलाई 2020 में 15वें भारत-ईयू शिखर सम्मेलन के दौरान डिजिटल माध्यम से हुए सार्थक संवाद को याद किया। बैठक के दौरान भारत-ईयू सहयोग के तहत राजनीतिक और सुरक्षा संबंधों, कारोबार, निवेश और आर्थिक सहयोग की समीक्षा की गई और रोडमैप 2025 पर चर्चा की गई जिस पर पिछली भारत-ईयू शिखर बैठक में सहमति बनी थी।