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NATO ने समुद्र के नीचे बिछाई गई पाइपलाइन, तारों की सुरक्षा की कवायद तेज की

NATO पिछले साल सितंबर में बाल्टिक सागर में स्थित दो गैस पाइपलाइन (नॉर्ड स्ट्रीम1 और नॉर्ड स्ट्रीम2) पर हमले के बाद हरकत में आ गया।

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भाषा   
Last Updated- June 17, 2023 | 10:23 AM IST

उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) ने समुद्र के नीचे बिछाई गई पाइपलाइन और तारों की सुरक्षा के लिए एक नया केंद्र स्थापित किया है। NATO ने नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन पर हुए हमले और रूस द्वारा यूरोप के समुद्री क्षेत्र में पश्चिमी देशों के ऊर्जा एवं इंटरनेट सेवा से जुड़े महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे का मानचित्रण करने संबंधी चिंताओं के बीच यह कदम उठाया है।

NATO देशों के रक्षा मंत्रियों द्वारा उत्तर-पश्चिम लंदन के नॉर्थवुड में इस नए केंद्र की स्थापना संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद केंद्र के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हैंस वर्नल वियनमन ने कहा, ‘खतरा लगातार बढ़ रहा है।’

ब्रसेल्स स्थित NATO मुख्यालय में संवाददाताओं से मुखातिब वियरमन ने कहा, ‘रूसी जहाजों ने समुद्र के नीचे मौजूद हमारे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे का सक्रिय रूप से मानचित्रण किया है। इस बात को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं कि पश्चिमी देशों में आम जनजीवन को बाधित करने की कोशिशों के तहत रूस समुद्र के नीचे बिछाई गई पाइपलाइन और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बना सकता है।’

NATO पिछले साल सितंबर में बाल्टिक सागर में स्थित दो गैस पाइपलाइन (नॉर्ड स्ट्रीम1 और नॉर्ड स्ट्रीम2) पर हमले के बाद हरकत में आ गया। इन दोनों पाइपलाइन का निर्माण जर्मनी में रूसी प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए किया गया था। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि हमले के पीछे किसका हाथ था। हमले के लिए आधिकारिक तौर पर किसी को जिम्मेदार भी नहीं ठहराया गया, लेकिन NATO ने इसके बाद बाल्टिक सागर और नॉर्थ सी में अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा दी है। उसने क्षेत्र में दर्जनों जंगी जहाजों के साथ-साथ निगरानी विमान और पानी के अंदर उड़ने वाले ड्रोन तैनात किए हैं।

First Published : June 17, 2023 | 10:23 AM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)