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PM Modi Russia visit: रूस में दो नए वाणिज्य दूतावास; प्रधानमंत्री मोदी ने रूस को बताया भरोसेमंद दोस्त

दो दिनी रूस की यात्रा पर मॉस्को गए प्रधानमंत्री ने पिछले दो दशकों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने में राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के नेतृत्व की प्रशंसा की।

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भाषा   
Last Updated- July 09, 2024 | 11:37 PM IST

PM Modi Russia visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत यात्रा और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रूस में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलेगा। मॉस्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने रूस को भारत का ‘सुख-दुख का साथी’ और ‘सबसे भरोसेमंद दोस्त’ बताया।

दो दिनी रूस की यात्रा पर मॉस्को गए प्रधानमंत्री ने पिछले दो दशकों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने में राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के नेतृत्व की प्रशंसा की। मोदी का यह बयान ऐसे समय आया जब यूक्रेन युद्ध को लेकर पश्चिमी देशों द्वारा रूसी नेता को अलग-थलग करने के प्रयास चल रहे हैं।

मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘दशकों से भारत और रूस के बीच जो अनोखा रिश्ता रहा है, मैं उसका कायल रहा हूं। रूस शब्द सुनते ही हर भारतीय के मन में पहला शब्द आता है- भारत के सुख-दुख का साथी। भारत का भरोसेमंद दोस्त। हमारे रूसी दोस्त इसे ‘द्रुजवा’ कहते हैं और हम हिंदी में इसे ‘दोस्ती’ कहते हैं।’

प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक गरीबी से लेकर जलवायु परिवर्तन तक विभिन्न चुनौतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत हर चुनौती को चुनौती देने में सबसे आगे रहेगा और चुनौती देना तो उनके ‘डीएनए’ में है।

उन्होंने ऐलान किया कि भारत दोनों देशों के बीच यात्रा और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रूस में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह रिश्ता पारस्परिक विश्वास और सम्मान की मजबूत नींव पर बना है। प्रसिद्ध अभिनेता राज कपूर की मशहूर फिल्म ‘श्री 420’ के लोकप्रिय गीत ‘सर पे लाल टोपी रूसी’ का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि यह गीत भले ही पुराना हो गया हो, लेकिन इसकी भावना ‘सदाबहार’ है।

ऊर्जा मजबूत स्तंभ

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के साथ रोसेटम पवेलियन का दौरा भी किया। यहां उन्होंने कहा कि ऊर्जा भारत और रूस के बीच सहयोग का महत्वपूर्ण स्तंभ है तथा नई दिल्ली इस क्षेत्र में मॉस्को के साथ संबंध और मजबूत करने को लेकर आशान्वित है।

मोदी ने वीडीएनकेएच के रोसेटम मंडप में असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में भारत-रूस सहयोग को समर्पित एक फोटो प्रदर्शनी देखी, जिसका उद्घाटन नवंबर 2023 में किया गया था। यह वैज्ञानिक और तकनीकी विकास के इतिहास में सबसे बड़ी प्रदर्शनियों में से एक है। विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री मोदी को ‘एटमिक सिम्फनी’ भी दिखाई गई, जो वीवीईआर-1000 रिएक्टर का एक स्थायी कार्यशील मॉडल है। यह भारत में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र (केकेएनपीपी) का ‘हृदय’ है।’

सर्वोच्च राजकीय सम्मान मिला

प्रधानमंत्री मोदी को मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने आधिकारिक रूप से ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू एपोसल’ पुरस्कार से सम्मानित किया। मोदी को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने की दिशा में असाधारण सेवाओं के लिए इस सम्मान से नवाजा गया है।

रूसी सेना में काम कर रहे भारतीय आएंगे स्वदेश

रूस अपनी सेना में सहायक के रूप में काम करने वाले सभी भारतीयों को छोड़ेगा। ये भी लोग अब स्वदेश लौट सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति की द्विपक्षीय वार्ता के बाद संभवत: इस मुद्दे पर सहमति बनी। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि रूस ने वादा किया है कि रूसी सेना में सहायकों के रूप में काम कर रहे सभी भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा।

मोदी ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री ने मॉस्को में ‘अज्ञात सैनिक के मकबरे’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘बहादुरों को भावभीनी श्रद्धांजलि! ‘अज्ञात सैनिक का मकबरा’ मास्को में क्रेमलिन वाल पर स्थित एक युद्ध स्मारक है।

First Published : July 9, 2024 | 10:24 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)