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Russia-Ukraine War: युद्धविराम प्रस्ताव के बीच जंग जारी, दोनों देशों ने रातभर एक-दूसरे पर दागे कई हवाई हमले

यूक्रेन की निजी ऊर्जा कंपनी डीटीईके ने कहा कि रूस ने ऊर्जा केंद्रों पर हमला किया। इससे दिप्रोपेत्रोव्स्क और ओडेसा क्षेत्रों में ऊर्जा संबंधी इंफ्रा को नुकसान पहुंचा।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- March 16, 2025 | 10:07 AM IST

Russia-Ukraine War: युद्धविराम प्रस्ताव के रूस और यूक्रेन के बीच हमले जारी हैं। दोनों देशों ने एक दूसरे पर शनिवार रातभर हवाई हमले किए और इसके साथ ही दोनों पक्षों ने अपने-अपने क्षेत्रों में शत्रु के 100 से अधिक ड्रोन देखे जाने की सूचना दी। दोनों देशों ने ये हमले ऐसे समय में किए हैं जब 24 घंटे से ही कम वक्त पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राजदूत स्टीव विटकॉफ से मुलाकात करके यूक्रेन के साथ 30 दिन के युद्धविराम संबंधी अमेरिकी प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा की थी।

यूक्रेन की वायु सेना ने शनिवार को कहा कि रूस ने रात भर 178 ड्रोन और दो बैलिस्टिक मिसाइल दागीं। इन हमलों के दौरान शाहेद-प्रकार के ड्रोन और हवाई सुरक्षा को भ्रमित करने के लिए डिजाइन किए गए नकली ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। उसने कहा कि लगभग 130 ड्रोन को मार गिराया गया, जबकि 38 और ड्रोन अपने लक्ष्य तक पहुंचने में विफल रहे।

यूक्रेन की निजी ऊर्जा कंपनी डीटीईके ने शनिवार को एक बयान में कहा कि रूस ने ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर हमला किया, जिससे दिप्रोपेत्रोव्स्क और ओडेसा क्षेत्रों में ऊर्जा संबंधी बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचा। कुछ निवासियों को बिजली के बिना रहना पड़ा। वहीं रूस के वोल्गोग्राद क्षेत्र में ड्रोन के गिरने से क्रास्नोअर्मेस्की जिले में आग लग गई, जो लुकोइल तेल रिफाइनरी के करीब है। यह जानकारी गवर्नर आंद्रेई बोचारोव ने दी।

स्थानीय मीडिया संस्थानों ने बताया कि आस-पास के हवाई अड्डों ने अस्थायी रूप से उड़ानें रोक दी हैं। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। मास्को द्वारा तीन साल से भी अधिक समय पहले यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू करने के बाद से यूक्रेन की सेना ने वोल्गोग्राद रिफाइनरी को कई बार निशाना बनाया। इस पर 15 फरवरी को भी ड्रोन हमला किया गया था।

पुतिन ने बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे युद्धविराम का सैद्धांतिक रूप से समर्थन करते हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि युद्धविराम पर सहमति से पहले ऐसे कई बिन्दु हैं जिन पर स्पष्टता होनी जरूरी है। यूक्रेन ने पहले ही युद्ध विराम प्रस्ताव का समर्थन कर दिया है लेकिन देश के अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से संदेह जताया है कि क्या रूस इस समझौते का पालन करेगा।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर द्वारा आयोजित पश्चिमी सहयोगियों की ऑनलाइन वार्ता के बाद शनिवार को कीव में पत्रकारों से बातचीत में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दीर्घकालिक शांति योजना पर चर्चा के लिए 30-दिन के पूर्ण युद्धविराम प्रस्ताव पर अपने देश का समर्थन व्यक्त किया।

जेलेंस्की ने साथ ही कहा कि रूस इस वार्ता में अडंगा डालता रहेगा। जेलेंस्की ने शनिवार को एक बयान में रूस पर सीमा पर सेना बढ़ाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, ‘‘रूसी सेना का बढ़ना यह दर्शाता है कि मॉस्को कूटनीति को नजरअंदाज करना चाहता है। यह स्पष्ट है कि रूस युद्ध को लंबा खींच रहा है।’’ जेलेंस्की ने यह भी कहा कि यदि रूस अमेरिकी प्रस्ताव से सहमत नहीं हुआ तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन ‘‘विशिष्ट, कठोर और सीधी’’ कार्रवाई कर सकता है।

First Published : March 16, 2025 | 10:07 AM IST