Republic Day 2025: भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रविवार को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर दुनिया भारत की सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की अनूठी झलक देखेगी। इस साल गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो (Prabowo Subianto) मुख्य अतिथि होंगे। परेड में इंडोनेशिया का एक मार्चिंग दस्ता और बैंड का एक दल भी भाग लेगा। सुबियांतो गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले इंडोनेशिया के चौथे राष्ट्रपति होंगे। इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में, भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।
प्रबोवो सुबियांतो का जन्म 17 अक्टूबर 1951 को हुआ था। वह एक इंडोनेशियाई राजनेता, व्यवसायी और रिटायर्ड आर्मी जनरल हैं। वह 2024 से इंडोनेशिया के आठवें राष्ट्रपति के रूप में काम कर रहे हैं।
सुबियांतो एक प्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता सुमित्रो जोजोहादिकुसुमो इंडोनेशिया के सबसे प्रमुख अर्थशास्त्रियों में से एक थे और वे उन गिने-चुने लोगों में शामिल थे, जिन्होंने राष्ट्रपति सुकर्णो (Sukarno) और सुहार्तो (Suharto) दोनों के मंत्रिमंडल में सेवा दी थी।
सुबियांतो ने लंदन के अमेरिकन स्कूल से शिक्षा हासिल की और अमेरिका में कई सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हिस्सा लिया, जिनमें फोर्ट मूर (पहले फोर्ट बेनिंग) जैसे प्रतिष्ठित सैन्य स्कूल शामिल हैं। 1983 में सुबियांतो ने पूर्व राष्ट्रपति सुहार्तो की बेटी सीती हेदियाती हरियादी (Siti Hediati Hariyadi) से विवाह किया। 1998 में सुहार्तो के सत्ता से हटने के बाद दोनों अलग हो गए। इनका एक बेटा भी है।
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इंडोनेशिया के राष्ट्रपति बनने से पहले प्रबोवो सुबियांतो सेना में थे। वह एक तीन स्टार जनरल थे, हालांकि 1998 में उन्हें सेना से बर्खास्त कर दिया गया। उन पर पापुआ और पूर्वी तिमोर में छात्र कार्यकर्ताओं के अपहरण और मानव अधिकारों के हनन में शामिल होने का आरोप लगाए गए थे। हालांकि, 2024 में, निवर्तमान राष्ट्रपति जोकोवी विडोडो ने उन्हें चार-स्टार जनरल का दर्जा प्रदान किया।
सुबियांतो, जो उस समय राष्ट्रपति जोकोवी विडोडो के रक्षा मंत्री थे, ने पिछले साल जून में सिंगापुर में हुए शांगरी-ला डायलॉग में सभी का ध्यान खींचा। उन्होंने गाजा में इंडोनेशियाई शांति सैनिक भेजने की बात कही, रूस-यूक्रेन युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र का जनमत संग्रह कराने का सुझाव दिया, और दोनों देशों के बीच एक विसैन्यीकृत क्षेत्र बनाने का प्रस्ताव रखा।
प्रबोवो सुबियांतो ने हाल ही में घोषणा की कि इंडोनेशिया अब आधिकारिक रूप से BRICS का पूर्ण सदस्य बन गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इंडोनेशिया विकसित और विकासशील देशों के बीच “पुल” की भूमिका निभाने की इच्छा रखता है।