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Trump का बड़ा ऐलान, गाजा पट्टी को ‘अधीन’ लेकर डेवलप करेगा अमेरिका; UNHRC से किया किनारा

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की पहली जिम्मेदारी गाजा में मौजूद खतरनाक बमों और हथियारों को निष्क्रिय करना और तबाह हो चुकी इमारतों को हटाकर समतल भूमि तैयार करना होगा।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- February 05, 2025 | 2:24 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने गाजा पट्टी और फलस्तीन को लेकर एक बड़ा और अप्रत्याशित फैसला लिया है। उन्होंने मंगलवार को व्हाइट हाउस में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका गाजा पट्टी को अपने ‘अधीन’ लेगा, वहां आर्थिक विकास करेगा और क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए जरूरी कदम उठाएगा। ट्रंप का कहना है कि इस योजना के तहत वहां बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे और लोगों को बेहतर आवास की सुविधाएं मिलेंगी।

गाजा में खतरनाक हथियार हटाने और विकास की योजना

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की पहली जिम्मेदारी गाजा में मौजूद खतरनाक बमों और हथियारों को निष्क्रिय करना और तबाह हो चुकी इमारतों को हटाकर समतल भूमि तैयार करना होगा। उन्होंने कहा, “हम गाजा को एक सुंदर और सुरक्षित क्षेत्र में बदल देंगे, जहां लोग शांति और सद्भाव के साथ जीवन जी सकें।” ट्रंप ने इस क्षेत्र में दीर्घकालिक स्थिरता लाने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि अमेरिका वही करेगा जो इस क्षेत्र के विकास और सुरक्षा के लिए जरूरी होगा।

अमेरिकी सैनिकों की तैनाती पर भी चर्चा

जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका गाजा में अपने सैनिक तैनात करेगा, ट्रंप ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो अमेरिका कदम उठाएगा। उन्होंने गाजा पट्टी का दौरा करने की भी योजना की जानकारी दी। ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि गाजा पर अमेरिकी नियंत्रण दीर्घकालिक हो सकता है और यह पश्चिम एशिया में स्थिरता लाने में मदद करेगा।

UNHRC और यूएन एजेंसियों से अमेरिका का अलगाव

ट्रंप ने गाजा को लेकर इस बड़े ऐलान के साथ ही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) से अमेरिका को अलग करने की भी घोषणा की। उन्होंने एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिसमें संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए (UNRWA) को दी जाने वाली भविष्य की सभी सहायता राशि पर रोक लगा दी गई है।

ट्रंप ने यूनेस्को (UNESCO) समेत संयुक्त राष्ट्र की अन्य एजेंसियों में अमेरिका की भागीदारी की समीक्षा करने का निर्देश दिया है। शासकीय आदेश में कहा गया है कि कुछ अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां अमेरिका और उसके सहयोगियों को निशाना बना रही हैं और यहूदी-विरोधी प्रचार में लिप्त हैं। इसी कारण अमेरिका अब इन संस्थानों की नई समीक्षा करेगा और अपनी प्रतिबद्धता को पुनः परखेगा।

नेतन्याहू ने किया ट्रंप का समर्थन

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि गाजा में अमेरिकी दखल से क्षेत्र में स्थिरता आएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि गाजा कभी भी इजराइल के लिए खतरा न बने। नेतन्याहू ने कहा, “ट्रंप इसे एक नए और ऊंचे स्तर पर ले जा रहे हैं, जो लंबे समय तक स्थिरता देने में मदद करेगा।”

ट्रंप ने कहा कि गाजा में विकास कार्यों के माध्यम से शांति और सुरक्षा की गारंटी दी जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि गाजा को स्थायी रूप से एक ऐसे क्षेत्र में बदला जाएगा जहां लोग सुरक्षित और स्थिर माहौल में अपना जीवन व्यतीत कर सकें। इसके साथ ही ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया कि अब फलस्तीनी शरणार्थियों को अमेरिका से कोई राहत राशि नहीं दी जाएगी।

First Published : February 5, 2025 | 12:38 PM IST