कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोलिवरे ने भारत के साथ बढ़ते कूटनीतिक तनाव के चलते संसद भवन में होने वाले दीवाली समारोह को रद्द कर दिया है। यह खबर कई मीडिया रिपोर्टों में आई है।
ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ इंडिया कनाडा (OFIC), जो इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा था, ने बताया कि रद्द करने का कोई कारण नहीं दिया गया। यह समारोह 30 अक्टूबर को कंजरवेटिव सांसद टॉड डोहर्टी द्वारा आयोजित किया जाना था।
दूसरी ओर, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने 29 अक्टूबर को व्हाइट हाउस में 600 से ज्यादा प्रमुख भारतीय-अमेरिकियों के साथ दीवाली का जश्न मनाया।
भारत-कनाडा के रिश्तों में खटास
हाल के दिनों में भारत और कनाडा के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं। इसकी वजह कनाडा द्वारा लगाए गए आरोप हैं कि भारतीय राजनयिक खालिस्तान समर्थक आंदोलन से जुड़े लोगों को निशाना बनाने के लिए अपराधी गिरोहों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके जवाब में भारत ने अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया और छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया।
भारतीय प्रवासी ‘नस्लीय भेदभाव’ को लेकर चिंतित
ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ इंडिया कनाडा (OFIC) ने एक खुले पत्र में पियरे पोलिवरे पर ‘नस्लीय भेदभाव’ का आरोप लगाया है। यह मामला खासकर 2022 में खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से और गंभीर हो गया है।
OFIC के अध्यक्ष शिव भास्कर ने पोलिवरे को लिखे पत्र में इस फैसले पर निराशा जताई और कहा कि कई नेता, जो पहले इस समारोह में भाग लेते थे, इस बार नहीं आए।
भास्कर ने पोलिवरे से इस “संवेदनहीन और भेदभावपूर्ण” कदम के लिए माफी मांगने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत और कनाडा के बीच की समस्याओं का असर उन कनाडाई नागरिकों पर नहीं होना चाहिए, जिनका भारत सरकार से कोई संबंध नहीं है।
दीवाली समारोह की पुरानी परंपरा
कनाडा के संसद भवन में दीवाली समारोह की शुरुआत 1998 में दिवंगत कंजरवेटिव सांसद दीपक ओभ्राई ने की थी। 2019 में उनके निधन के बाद, टॉड डोहर्टी ने यह जिम्मेदारी संभाली थी। हालांकि, इस साल कंजरवेटिव पार्टी ने इसका समर्थन नहीं किया, जबकि पिछले साल पोलिवरे ने समारोह में भाग लिया था।
इस साल, लिबरल पार्टी के सांसद चंद्र आर्या ने दीवाली समारोह की मेजबानी का जिम्मा लिया है और इसके लिए कैलगरी स्थित ओभ्राई फाउंडेशन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
फाउंडेशन की अध्यक्ष और दीपक ओभ्राई की बेटी प्रीति ओभ्राई-मार्टिन ने कहा, “यह दीवाली समारोह अपने 24वें वर्ष में है, और हमारे पिता चाहते थे कि यह हमेशा राजनीति से ऊपर रहे।” उन्होंने चंद्र आर्या के लंबे समय से मिल रहे समर्थन के लिए उनकी सराहना की और कहा, “हमारे परिवार के लिए यह सम्मान की बात है कि इस साल वे इस कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे।”
उन्होंने टॉड डोहर्टी को भी उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया, जिन्होंने पिछले कई वर्षों तक इस समारोह का आयोजन किया था।