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US: बाइडन की आवाज की नकल कर एआई कॉल करने वाली कंपनी देगी 10 लाख अमेरिकी डॉलर जुर्माना

‘रोबोकॉल’ करने वाली कंपनी ‘लिंगो टेलीकॉम’ ने जुर्माना भरने संबंधी समझौते पर सहमति जताई और इसी के साथ संघीय संचार आयोग (एफसीसी) के प्रवर्तन संबंधी मामले का निपटारा हो गया।

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भाषा   
Last Updated- August 22, 2024 | 1:31 PM IST

कृत्रिम मेधा (एआई) का उपयोग कर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की आवाज की नकल करते हुए न्यू हैम्पशायर के मतदाताओं को भ्रामक कॉल करने वाली कंपनी ने 10 लाख अमेरिकी डॉलर जुर्माना भरने पर सहमति व्यक्त की है।

‘रोबोकॉल’ करने वाली कंपनी ‘लिंगो टेलीकॉम’ ने जुर्माना भरने संबंधी समझौते पर सहमति जताई और इसी के साथ संघीय संचार आयोग (एफसीसी) के प्रवर्तन संबंधी मामले का निपटारा हो गया। आयोग ने पहले 20 लाख अमेरिकी डॉलर का जुर्माना मांगा था। कई लोग का मानना है कि यह मामला मतदाताओं और लोकतंत्र को प्रभावित करने की एआई की क्षमता से जुड़ी चिंता को दर्शाता है।

इस बीच, ये कॉल करने की योजना बनाने वाले राजनीतिक सलाहकार स्टीव क्रेमर अब भी आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं और उन पर 60 लाख अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाए जाने का एफसीसी का प्रस्ताव है। ये फोन संदेश 21 जनवरी को न्यू हैम्पशायर के हजारों मतदाताओं को भेजे गए थे।

इनमें बाइडन की आवाज की नकल करके गलत संदेश दिया गया था कि राष्ट्रपति पद के चुनाव की प्रक्रिया के तहत प्राइमरी चुनाव में मतदान करने से मतदाता नवंबर के आम चुनाव में मतदान करने से वंचित हो जाएंगे।

क्रेमर ने इस वर्ष की शुरुआत में ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा कि वह प्राइमरी चुनाव के परिणाम को प्रभावित करने की कोशिश नहीं कर रहे थे, बल्कि वह एआई के संभावित खतरों को उजागर करना चाहते थे ताकि सांसद इस संबंध में कदम उठाएं। दोषी पाए जाने पर क्रेमर को मतदाता की राय दबाने के आरोप में सात वर्ष तक जेल की सजा हो सकती है तथा स्वयं को उम्मीदवार के तौर गलत तरीके से दिखाने के आरोप में एक वर्ष तक का कारावास हो सकता है।

First Published : August 22, 2024 | 1:31 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)