पाकिस्तान सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताते हुए फरवरी 2024 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) को अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश दिया था। यह प्रतिबंध अब तक जारी है। हालांकि, सरकार ने आधिकारिक तौर पर इस प्रतिबंध की घोषणा नहीं की थी। यूजर्स को फरवरी मध्य से ही पाकिस्तान में X का उपयोग करने में समस्याएं आ रही थीं। बुधवार को पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने एक अदालती प्रस्तुति में इस प्रतिबंध की पुष्टि की।
रॉयटर्स द्वारा प्राप्त एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सरकार ने X (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर प्रतिबंध लगाने के दो मुख्य कारण बताए हैं:
सरकारी निर्देशों का पालन करने में विफलता: रिपोर्ट में कहा गया है कि X पाकिस्तान सरकार के वैध निर्देशों का पालन करने में विफल रहा है।
दुरुपयोग की चिंताएं: सरकार को यह भी चिंता है कि X के प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग किया जा रहा था।
मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है, “पाकिस्तान में X पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने, सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और हमारे देश की अखंडता को बनाए रखने के हित में किया गया था।”
कोर्ट ने लगाई फटकार
बहरहाल, इसी बीच सिंध उच्च न्यायालय (SHC) ने पाकिस्तान सरकार द्वारा X पर प्रतिबंध लगाने के फैसले की कड़ी आलोचना की। अदालत ने सरकार को एक सप्ताह के अंदर प्लेटफॉर्म को बहाल करने का निर्देश दिया है। SHC के मुख्य न्यायाधीश अकील अहमद अब्बासी ने कहा कि प्रतिबंध “तुच्छ” है और पाकिस्तान को दुनिया की नजर में हंसी का पात्र बना रहा है।