शी ने मोदी को पत्र लिखकर मदद की पेशकश की

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 5:20 AM IST

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर महामारी के खिलाफ लडऩे के लिए भारत के साथ सहयोग मजबूत करने और देश में कोविड-19 मामलों में वर्तमान बढ़ोतरी से निपटने के लिए समर्थन और सहायता प्रदान करने की इच्छा व्यक्त की। सरकारी मीडिया की खबर के अनुसार, चीन के राष्ट्रपति चिनफिंग ने मोदी को एक संदेश भेजकर भारत में कोरोनावायरस महामारी पर संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति शी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को भेजे गए संदेश के अनुसार, ‘मैं भारत में कोविड-19 महामारी की हाल की स्थिति से बहुत चिंतित हूं। चीन की सरकार और लोगों की ओर से तथा अपनी ओर से मैं भारत सरकार और लोगों के प्रति ईमानदारी से सहानुभूति व्यक्त करना चाहूंगा।’ शी ने कहा, ‘चीनी पक्ष महामारी से लडऩे में भारतीय पक्ष के साथ सहयोग को मजबूत करने और इस संबंध में सहायता एवं सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार है। मुझे विश्वास है कि भारत सरकार के नेतृत्व में भारतीय लोग निश्चित रूप से महामारी पर विजय प्राप्त करेंगे।’ चीनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘मानवता साझा भविष्य वाला समुदाय है। केवल एकजुटता और सहयोग से दुनिया भर के देश महामारी को हरा सकते हैं।’
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने गुरुवार को वादा किया कि कोविड-19 के खिलाफ जंग में उनका देश भारत की हरसंभव मदद करेगा और कहा कि चीन में बनी महामारी रोधी सामग्री ज्यादा तेज गति से भारत पहुंचाई जा रही है। विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे पत्र में वांग ने कहा चीनी पक्ष, ‘भारत जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उनके प्रति संवेदना रखता है और गहरी सहानुभूति प्रकट करता है।’
उन्होंने पत्र में लिखा, ‘कोरोनावायरस मानवता का साझा दुश्मन है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट और साथ मिलकर इसका मुकाबला करने की जरूरत है। चीनी पक्ष भारत सरकार और वहां के लोगों का, महामारी से लड़ाई में समर्थन करता है।’ वांग ने कहा कि चीन में उत्पादित महामारी रोधी वस्तुएं तेजी से भारत में पहुंचाई जा रही हैं ताकि भारत की इस महामारी में मदद की जा सके। राष्ट्रपति शी और विदेश मंत्री वांग का संदेश ऐसे समय आया है, जब दोनों देशों की सेनाओं की पूर्वी लद्दाख के बाकी बचे तनाव वाले इलाके से वापसी होनी बाकी है। दोनों देशों की सेना फरवरी में पैगोंग झील के इलाके से पीछे हटी थीं। दोनों पक्ष टकराव वाले बाकी बिंदुओं से सैनिकों को पीछे हटाने को लेकर वार्ता कर रहे हैं।   

First Published : April 30, 2021 | 11:26 PM IST