जिला प्रशासन ने दो निगम क्षेत्र में मुर्गे-मुर्गियों को मारने का काम अगले दो और दिन जारी रखने का फैसला किया है।
इन इलाकों में करीब 44 हजार मुर्गे-मुर्गियों को मारने का लक्ष्य तय किया गया था, लेकिन अब तक 50 फीसदी काम ही पूरा हो पाया है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में इस साल दूसरी बार बर्ड फ्लू ने कहर बरपाया है।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि पशुपालन विभाग की 30 टीम (हर टीम में छह सदस्य) इंग्लिशबाजार और पुराने मालदा निगम क्षेत्र व आसपास के इलाके मसलन शाहपुर में ऑपरेशन को अंजाम देंगे। पहले यहां 23 मार्च को ऑपरेशन पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया था, लेकिन किसी कारणवश पूरा नहीं हो पाया। सूत्रों ने बताया कि गुरुवार से शुरू हुए अभियान के तहत सरकारी पोल्ट्री फर्म में 15 हजार पक्षियों की हत्या कर दी गई है जबकि आसपास के इलाके में मौजूद प्राइवेट पोल्ट्री फर्म के करीब 5 हजार पक्षियों की जान ली गई है।
सूत्रों ने बताया कि सप्ताह के आखिर में त्योहार होने के कारण ऑपरेशन में बाधा आई थी, लेकिन अब यह जल्दी ही जोर पकड़ लेगा। इस बीच, कहा गया है कि जहां ऑपरेशन पूरा हो गया है, वहां से मरी हुई मुर्गियों को निकालने का काम मंगलवार से शुरू किया जाएगा। तीन किलोमीटर की परिधि में ऑपरेशन चलाया जा रहा है जबकि करीब 10 किलोमीटर क्षेत्र में मौजूद मुर्गे-मुर्गियों पर निगरानी रखी जा रही है। इससे पहले भोपाल लैब में भेजे गए ब्लड सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है।
इसकी पुष्टि 19 मार्च को ही हो गई थी। 12 मार्च के बाद से यहां करीब 1100 मुर्गे-मुर्गियों की मौत हुई है और इसी के बाद बर्ड फ्लू का खतरा मंडराने लगा था। मालदा में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने से पहले मुर्शिदाबाद इसकेलपेटे में आया था।