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15 महीने बाद भारत में राजदूत नियुक्त कर सकता है चीन, क्या यह दोनों देशों के रिश्ते अच्छे होने का संकेत है: रिपोर्ट

सन वेइदोंग भारत में चीन के पिछले राजदूत थे, उन्होंने लुओ झाओहुई की जगह ली थी और 26 अक्टूबर, 2022 को अपना कार्यकाल पूरा किया था।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- January 29, 2024 | 8:16 PM IST

चीन 15 महीने बाद भारत में नया राजदूत नियुक्त करेगा। द वायर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जू फीहोंग को भारत में अगले चीनी दूत के रूप में चुने जाने की संभावना है। हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों ने द वायर को बताया कि भारत को जू के नामांकन के बारे में सूचित कर दिया गया है। ऐसी अटकलें हैं कि जू अगले महीने की शुरुआत में भारत आ सकते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, जू फीहोंग वर्तमान में विदेश मंत्रालय में वित्तीय और प्रशासनिक मामलों के सहायक मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। इस रोल से पहले, जू 2010 से 2013 तक अफगानिस्तान में राजदूत थे।

सन वेइदोंग भारत में चीन के पिछले राजदूत थे, उन्होंने लुओ झाओहुई की जगह ली थी और 26 अक्टूबर, 2022 को अपना कार्यकाल पूरा किया था।

पिछली बार चीनी राजदूत की पोस्टिंग में एक साल से ज्यादा की देरी साल 1976 में हुई थी। भारत के साथ 1962 के सीमा युद्ध के बाद 14 सालों तक, भारत में चीन के दूतावास का नेतृत्व प्रभारी डी’एफ़ेयर अथवा प्रथम सचिव जैसे अस्थायी अधिकारियों द्वारा किया गया था। यह स्थिति 1976 में संबंधों के सामान्य होने तक जारी रही। अब भी, मा जिया, एक प्रभारी डी’एफ़ेयर, 2022 में सन वेइदॉन्ग के प्रस्थान के बाद दूतावास के प्रभारी हैं।

भारतीय और चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में साढ़े तीन साल से अधिक समय से आमने-सामने हैं। बातचीत के बाद कुछ इलाकों से डिसइंगेजमेंट पूरा होने के बावजूद तनाव बरकरार है। पैंगोंग झील क्षेत्र में झड़प के बाद 5 मई, 2020 को गतिरोध शुरू हुआ था।

जून 2020 में गलवान घाटी में भीषण झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंध काफी खराब हो गए, जो कई दशक बाद सबसे गंभीर संघर्ष था। तनाव कम करने के लिए, दोनों देशों ने बातचीत की और 2021 में कुछ विवादित क्षेत्रों से अपने सैनिकों को वापस खींच लिया। इससे चीजों को शांत करने में मदद मिली, लेकिन अभी भी कुछ असहमतियां हैं।

First Published : January 29, 2024 | 3:55 PM IST