कोरोना संक्रमण के कारण महाराष्ट्र सरकार ने इस साल गणेशोत्सव सादगी से मनाने का फैसला लिया है। राज्य के सबसे बड़े पर्व को सीमित दायरे में करने के लिए मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने गणेश मंडलों से एक वार्ड एक गणपति स्थापित करने की अपील की है। गणेशोत्सव के लिए प्रशासन सख्त दिशानिर्देश पहले ही जारी कर चुका है जिसके तहत इस साल गणेश प्रतिमा चार फुट से अधिक नहीं हो सकती है। दस दिनों तक चलने वाला गणेशोत्सव गणेश चतुर्थी के साथ शुरू होगा जो इस बार 22 अगस्त को है।
मुंबई महानगरपालिका ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर इस साल अंधेरी, जुहू और वरसोवा जैसे प्रमुख इलाकों के गणेश मंडलों से गणेश उत्सव के दौरान एक वार्ड-एक गणपति की अवधारणा का पालन करने की अपील की है। के-पश्चिम वार्ड के सहायक निगम आयुक्त विश्वास मोटे ने गणपति मंडलों को पत्र लिखकर यह अपील की है। इसी वार्ड के तहत अंधेरी-पश्चिम, जुहू, वरसोवा और अन्य इलाकों आते हैं। मुंबई कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित स्थानों में से एक है जहां संक्रमण के एक लाख से ज्यादा मामले हैं और बीमारी के चलते 5,500 से ज्यादा मौत हुई हैं।
बीएमसी के आंकड़ों के मुताबिक करीब 150 बड़े गणपति मंडल के-पश्चिम नगर वार्ड में स्थित हैं जहां से कोविड-19 के अब तक 5,813 मामले सामने आए हैं और 258 लोगों की मौत हुई है। कोरोना वायरस के मामलों के लिहाज से यह शहर के 24 नगर वार्ड में चौथे नंबर पर है।
उत्सव के दौरान मूर्ति विसर्जन के लिए वार्ड में पर्याप्त संख्या में कृत्रिम तलाब बनाए जाएंगे। कृत्रिम तालाबों में सभी तरह की सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया है।
कोरोना महामारी के चलते प्रशासन की तरफ से पहले से ही गणेशोत्सव के लिए सख्त दिशानिर्देश जारी किए जा चुके हैं। सभी संबंधित सार्वजनिक गणेश मंडल को स्थानीय प्रशासन से पूर्व अनुमति लेना आवश्यक है। विसर्जन को लेकर कहा गया है कि अगर मूर्ति छायादार, पर्यावरण के अनुकूल है, तो इसका विसर्जन घर पर किया जाना चाहिए और अगर घर पर विसर्जन संभव नहीं है, तो विसर्जन पास के कृत्रिम विसर्जन स्थल पर किया जाना चाहिए। आरती, भजन, कीर्तन और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में भीड़ नहीं होनी चाहिए तथा ध्वनि प्रदूषण के संबंध में नियमों और विनियमों का पालन किया जाना चाहिए। गणपति मंडप में थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था भी हो। इसके साथ ही कोविड-19 वायरस का प्रसार रोकने के लिए, सरकारी सहायता और पुनर्वास, स्वास्थ्य, पर्यावरण, चिकित्सा शिक्षा विभाग के साथ-साथ संबंधित नगर पालिकाओं, पुलिस, स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। साथ ही यदि इस परिपत्र के बाद और त्योहार के वास्तविक आरंभ के बीच कोई अन्य नोटिस जारी किया जाता है, तो उसका अनुपालन किया जाना चाहिए।
मुंबई का सबसे प्रसिद्ध गणेश मंडल लालबाग के राजा का दरबार इस बार कोरोना महामारी के कारण नहीं लगेगा। इस बार लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने आरोग्य उत्सव मनाने का निर्णय किया है। लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के सचिव सुधीर साल्वी ने कहा कि मंडल इस साल गणेशमूर्ति की स्थापना नहीं करेगा। यह मंडल 1934 से लालबाग में गणेशोत्सव मनाता आ रहा है। 86 वर्षों में पहली बार मंडल की तरफ से गणेशोत्सव नहीं मनाया जाएगा। मंडल का कहना है कि लालबाग के राजा के दरबार में आने वाले भक्तों, पुलिसकर्मियों, मनपाकर्मियों के स्वास्थ्य को महत्व देते हुए यह फैसला किया है। गणेश चतुर्थी से केईएम अस्पताल के साथ मिलकर 10 दिनों तक स्वास्थ्य उत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान प्लाज्मा डोनेशन कैंप भी लगाया जाएगा। मंडल उन पुलिसकर्मियों के परिवारों की आर्थिक मदद करेगा जिनकी मौत कोरोना से हुई है।