गगनचुंबी इमारतें, आकर्षक होर्डिंग्स और नामी विज्ञापन एजेंसियों के मुख्यालय…यह है गुड़गांव की बदलती तस्वीर।
सही मायने में व्यावसायिक दृष्टि से भारत का तेजी से उभरता हुआ शहर है गुड़गांव।कई बड़ी-बड़ी कंपनियों के अधिकारियों को अपने ग्राहकों से मिलने आए दिन गुड़गांव जाना पड़ता है। इसमें समय की बर्बादी तो होती ही है, परेशानी भी कम नहीं है।
यही वजह है कि विज्ञापन एजेंसी ओ एंड एम ने अपना कार्यालय ही गुड़गांव में ही स्थापित कर लिया है। इससे उनकी ग्राहक कंपनियां- कोक, अमेरिकन एक्सप्रेस आदि को भी सहूलियत हो रही है, वहीं ओएंड एम को भी फायदा हो रहा है।
दिल्ली से दूरी और अपेक्षाकृत खराब सड़क होने के बावजूद डेवलपर्स कंपनियां मैकडोनाल्ड और अन्य बड़ी कंपनियों को गुड़गांव में 1990 के दशक में लाने में सफल रहे। हालांकि अब स्थिति काफी बदल चुकी है और तमाम कंपनियां गुड़गांव की ओर रूख कर रही हैं। कोक, पेप्सी, नेस्ले, ब्रिटिश एयरवेज जैसी नामी कंपनियों ने अपना दफ्तर गुड़गांव में खोला है।
इसके साथ ही कई मल्टीनेशनल कंपनियां- आईबीएम, ईएसपीएन, एबीएन एमरो, नोकिया, कैनन, कूपर आदि अपने मुख्यालय को गुड़गांव में लाने की योजना बना रहे हैं। कंसल्टेंसी कंपनियां, जिनमें केपीएमजी, प्राइसवाटरहाउस कूपर्स, एर्नस्ट एंड यंग आदि को भी गुड़गांव की आबोहवा खूब भा रही है। गुड़गांव के निवासी रोज किसी न किसी बड़ी कंपनियों के उस होर्डिंग्स को देखकर प्रफुल्लित होते हैं।
अब तो लुत्फहांसा, जीई इंडिया, रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड भी गुड़गांव की सरहद में जल्द ही अपना दफ्तर खोलने वाले हैं। डीएलएफ कॉमर्शियल के चेयरमैन ए. एस. मिनोचा ने कहा कि पिछले साल से गुड़गांव में विकास की तेज बयार चल रही है। तमाम कंपनियां यहां अपने कार्यालय खोलने को उत्सुक नजर आ रही हैं।
पिछले कुछ समय से जो जगह व्यवसायिक तौर पर विकसित किए जा रहे थे, वह लगभग पूरे हो चुके हैं। विडन एंड केनेडी विज्ञापन एजेंसी के प्रबंध निदेशक मोहित जयाल रहते तो गुड़गांव में हैं, लेकिन उनका दफ्तर दक्षिणी दिल्ली में हैं। उन्हें क्लाइंट से मिलने सप्ताह में कम से कम चार बार गुड़गांव आना पड़ता है।
तमाम बड़ी कंपनियां गुड़गांव में अपना दफ्तर खोलने को इच्छुक
मेट्रो रेल के आने से और तेज होगी विकास की बयार
कोक, पेप्सी आदि कंपनियों का है मुख्यालय खोलने का इरादा