डायरेक्ट टु होम (डीटीएच) सेवाओं से मोर्चा लेने के लिए केबल कंपनियां सुविधाएं बढ़ाने पर भी विचार कर रही हैं।
बड़ी केबल वितरक कंपनियां जल्द ही कुछ चुनिंदा शहरों में खुद का डिजिटल क्वालिटी केबल लाने जा रही हैं। इससे शुल्क में भी कमी आएगी और प्रसारण की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। इस काम में अनुमानित निवेश 500 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
डिजिटल इंटरटेनमेंट नेटवर्क (डीईएन), डिजिकेबल, हाथवेज, डब्ल्यूडब्ल्यूआईएल और इन केबल जैसी बड़ी केबल वितरक कंपनियों की योजना है कि लखनऊ, कानपुर, गुड़गांव, जयपुर, फरीदाबाद, इंदौर, बडोदरा जैसे शहरों में कैस अनिवार्य किए जाने के पहले ही कैस सुविधा दे दी जाए।
इस योजना को डीटीएच सेवाओं को लक्ष्य में रखकर बनाया गया है। टाटा स्काई और डिश टीवी प्रतिमाह टियर-2 शहरों में 1,20,000 उपभोक्ताओं को अपने नेटवर्क से जोड़ रहे हैं। अगर कुल आंकड़ों पर गौर करें तो केवल दो डीटीएच कंपनियां प्रतिमाह 2 लाख ग्राहकों को जोड़ रही हैं।
कैस तकनीक ग्राहकों को ऐसी सुविधा प्रदान करती है, जिससे वे केवल उन चैनलों के लिए भुगतान करें, जो वे देखते हैं। साथ ही उन्हें इस सुविधा से इच्छित और अनुमानित केबल बिल का बजट बनाने की सुविधा मिल जाती है। इस समय देश भर में करीब 7 करोड़ केबल उपभोक्ता हैं, जो घटिया गुणवत्त्ता का केबल कनेक्शन पाते हैं। इसके लिए वे प्रतिमाह 50-400 रुपये बिल का भुगतान करते हैं।
डीईएन, डिजिकेबल, हाथवेज और इनकेबल के साथ अन्य बड़ी कंपनियां 500 करोड़ रुपये के शुरुआती निवेश से पहले से ही इन शहरों में काम कर रहे करीब 20,000 केबल वितरकों को जोड़ने की योजना बना रहे हैं।
डिजिटल डीईएन के प्रेसीडेंट विकास बाली ने कहा, ‘हमारी डिजिटल केबल सेवा लखनऊ, कानपुर, आगरा जैसे शहरों में जल्द ही शुरू हो जाएगी। यहां हम अपने उपभोक्ताओं को सेट टाप बाक्स की सुविधा प्रदान करेंगे। इसमें शुल्क की कई मासिक योजनाएं होंगी। हम उन्हें डिजिटल केबल के लाभ के बारे में भी बताएंगे।’
विशेषज्ञों का कहना है कि पूरी तरह से कैस के लागू होने के बाद से यह सुविधा डीटीएच सेवाओं से कुछ मामलों में बेहतर हो जाएगी। बाजार से जुड़े एक विशेषज्ञ का कहना है, ‘ कैस की वैल्यू एडेड सेवाओं में मूवीज-ऑन डिमांड, अपनी इच्छा के मुताबिक बिल भुगतान के अलावा दर्शकों को मनचाहा स्थानीय चैनल देखने की सुविधा भी मिलेगी। वहीं डीटीएच सेवा प्रदाता केवल रीजनल चैनलों को देखने की ही सुविधा प्रदान कर सकेंगे।’
कैस के वर्तमान चरण में इम्मीद की जा रही है कि आगामी 10-12 महीनों में इसका प्रसार तमाम इलाकों में होगा, जिससे डिजिटल सेट-टॉप बाक्स के माध्यम से करीब 150-170 चैनल देखे जा सकेंगे। दर्शकों के पास यह विकल्प भी होगा कि 150-300 रुपये प्रतिमाह बिल के भुगतान का बुके चुन लें।
डीईएन, स्थानीय सेवा प्रदाताओं को तेजी से जोड़ने की कोशिश में लगा है, जिससे डिजिटल क्वालिटी की सेवा और सेट टॉप बाक्स की सुविधा दी जा सके। इस समय करीब 7.6 करोड़ घरों में केबल कनेक्शन है। डीईएन और डिजिकेबल जैसे बड़े केबल आपरेटरों की नजर बड़े बाजार पर है और वे अगले 10-12 महीने में अपने कारोबार में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।