आईएसबी के छात्रों को मिला औसतन 19 लाख रुपये का पैकेज

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 7:02 PM IST

बड़ी-बड़ी कंपनियां, बढ़िया ऑफर और मोटी तनख्वाह। इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) से पढ़ाई पूरी करने वाले छात्रों के लिए यह साल कुछ ऐसा ही रहा। 


इस बी-स्कूल के छात्रों को इस साल नौकरी के ऐसे मनभावन अवसर मिले हैं कि पिछले छह सालों के सारे रेकॉर्ड टूट गए। साल 2008 में हुए प्लेसमेंट के आंक ड़े बताते हैं कि इस बार औसतन 19 लाख रुपये (कॉस्ट टू कंपनी) के तनख्वाह पैकेज वाली नौकरियों के ऑफर मिले हैं जबकि पिछली बार यह 15.27 लाख रुपये ही था। इस साल विदेशों से मिली नौकरियों की पेशकश में व्यापक औसत लगभग 58 लाख रुपये रहा जबकि पिछले साल यह लगभग 54 लाख रुपये था।


आईएसबी ने फैसला किया है कि अधिकतम तनख्वाह के पैकेज का खुलासा नहीं किया जाएगा बल्कि प्लेसमेंट सत्र के दौरान छात्रों के प्रदर्शन का पूरा ब्यौरा बताया जाएगा। इस साल संस्थान के 422 छात्रों क ो 657 नौकरियों के ऑफर मिले और यह 230 कंपनियों ने दिए थे। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिले नौकरियों के तनख्वाह पैकेज (कास्ट टू कंपनी) पर नजर दौड़ाएं तो अमेरिका में यह 5544560 रुपये रहा।


यूरोप में यह 156,658 रहा जबकि पश्चिम एशिया में 125,389 और एशिया-प्रशांत में 145,607 रहा। इस साल सबसे ज्यादा  नौकरियों के ऑफर परामर्श देने संबंधी क्षेत्र से रहे। छात्रों को  करीब 44 फीसदी नौकरियों की पेशकश हुई। इसके बाद वित्तीय सेवाओं  के क्षेत्र से 22 फीसदी और विनिर्माण क्षेत्र से 17 फीसदी नौकरियों के ऑफर मिले। आईएसबी में सहायक डीन व दाखिले और नौकरी संबंधी विभाग की कर्ताधर्ता सविता महाजन कहती हैं कि इस बार नौकरियां सही मायनों में वैश्विक हैं।


दुनिया भर से नामी गिरामी कंपनियां परिसर में आई हैं। पिछले साल केवल 55 विदेशी कंपनियां ही आई थी लेकिन इस बार 111 कंपनियां आई है। यह अंतर्राष्ट्रीय ऑफर अमेरिका, यूरोप, पश्चिम एशिया और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 23 शहरों से मिले हैं।


अधिकतम तनख्वाह पैकेज का खुलासा न करने के मसले पर संस्थान के डीन एम राममोहन राव कहते हैं कि 422 छात्रों में से केवल कुछ की तनख्वाह के बारे में बताने से छात्रों के प्रदर्शन की साफ तस्वीर नहीं उभरती है। आईएसबी, अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक प्रबंधन संस्थानों के नक् शे कदम पर चलते हुए सभी छात्रों के सामूहिक प्रदर्शन को ही दिखाना चाहता है।


इस साल भी इस संस्थान के छात्रों में काफी दिलचस्प शख्सियतें मौजूद रही। एक कर्नल जिसने नया काम करने की ठानी, एक ऑर्थोपेडिक सर्जन ने मुख्य परिचालन अधिकारी बनने का सपना पूरा किया और एक वैज्ञानिक ने उत्पादन प्रमुख का पद संभाला।


साल 2008 की कक्षा में 10 छात्र मेडीकल के पेशे से थे और इन्होंने प्रमुख हेल्थकेयर कंपनियों, फार्मा, निजी इक्विटी फर्मों और रियल एस्टेट कंपनियों के ऑफर हथिया कर रेकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया है। बैच में शामिल छात्राओं (25 फीसदी ) का प्रदर्शन भी बेहतरीन रहा।

First Published : April 4, 2008 | 12:25 AM IST