वेतन आयोग की सिफारिशों का आना मानो रियल एस्टेट के लिए ईद का चांद था, जो निकला तो बस कुछ ही समय के लिए।
बुधवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज में रियल एस्टेट उद्योग से जुड़ी ओमैक्स लिमिटेड के शेयरों में 5.80 प्रतिशत, पार्श्वनाथ डेवलपर्स लिमिटेड के शेयरों में 2.94 प्रतिशत और अंसल हाउसिंग ऐंड कंस्ट्रक्शन कंपनी के शेयरों में 4.12 प्रतिशत की बढ़त देखी गई। बावजूद इस तेजी के जानकारों का मानना है कि कहीं रीयल एस्टेट उद्योग के ख्वाब ख्वाब ही न रह जाएं।
रीयल एस्टेट के जानकारों का कहना है कि इन सिफारिशों के अमल में आने के बावजूद उद्योग तक इसका बहुत फायदा नहीं पहुंच पाएगा। ‘छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू होने के बाद सस्ते मकानों की बिक्री में कुछ दिनों की तेजी आ सकती है। हमारी इससे बहुत अधिक उम्मीदें नहीं हैं, लेकिन थोड़ा परिवर्तन बाजार में देखने को मिल सकता है।’ यह कहना है डीएलएफ के समूह कार्यकारी निदेशक राजीव तलवार का।
कुछ रीयल एस्टेट कंपनियां ऐसी भी हैं, जो वेतन आयोग की सिफारिश को काफी साकारत्मक दृष्टि से देख रही हैं। उनके लिए सरकारी कर्मचारियों के वेतन में वृध्दि खुशखबरी से कम नहीं हैं। पार्श्वनाथ डेवलपर के चेयरमैन प्रदीप जैन का कहना है, ‘अभी जितने भी सरकारी कर्मचारी हैं वे किराए के मकान या सरकारी फ्लैटों में रहते हैं। इसके बाद एकमुश्त बड़ी रकम और मासिक वेतन में हुए इजाफे का इस्तेमाल वे सीधे-सीधे रियल एस्टेट में निवेश के साथ करने वाले हैं।’
प्रदीप जैन का कहना है, ‘हर साल घर की कीमतें बढ़ रही हैं। ऐसे में होम लोन की ब्याज दरों में कमी शायद हो सकती है, लेकिन अगर ब्याज दरें इतनी भी रहीं तब भी लोगों की कर्ज चुकाने की क्षमता के बढ़ने से रियल एस्टेट विशेषकर रिहायशी क्षेत्र में तेजी जरूर आएगी।’