कारोबार के आखिरी घंटे में बैंकों , टेक्नोलॉजी और तेल कंपनियों के शेयर में निचले स्तरों पर हुई खरीद से सूचकांकों में काफी सुधार आ गया।
लिहाजा तेजड़िए एक और सत्र में सपोर्ट स्तरों को बनाए रखने में कामयाब रहे और उन्होने मंदड़ियों को ट्रेंड बदलने का कोई मौका नहीं दिया। टेक्निकली देखें तो सेंसेक्स में 14 हजार से नीचे और निफ्टी में 4190 से नीचे बंदी होती है तभी मंदड़ियों के हाथ में आ सकेगा बाजार।
पिछले हफ्ते निफ्टी 4330 का सपोर्ट स्तर बनाए रखने में कामयाब रहा था और सोमवार को भी ऐसा ही हुआ, निफ्टी सितंबर में एक तिहाई वॉल्यूम 4337 के भाव पर कारोबार के आखिरी घंटे में रहा। कारोबार खतम होने पर एनएसई की ऑर्डर बुक के मुताबिक ज्यादा ऑर्डर खरीद के थे ना कि बिकवाली के। सितंबर सीरीज का 17 फीसदी कारोबार आखिरी के आधे घंटे में हुआ और यह 4350 के औसत भाव पर हुआ।
हालांकि सितंबर सीरीज का ओपन इंटरेस्ट जो इंट्रा डे के दौरान 15.7 लाख शेयरों से ऊपर था, आखिरी में आधे घंटे के ट्रेड ऑफ सत्र में 251,850 शेयरों से घट गया। इसके अलावा इसका प्रीमियम भी स्पॉट की तुलना में 12 अंकों से घटकर दो अंक पर आ गया। ये कहना मुश्किल था कि यह लांग पोजीशन घटने की वजह से था या फिर शार्ट पोजीशन घटने से।
लेकिन सिंगापुर एक्सचेंज में एसजीएक्स सीएनएक्स निफ्टी सितंबर का वायदा शाम को 4398 पर कारोबार कर रहा था। बाजार के मूमेंटम इंडीकेटर्स के मुताबिक भी निफ्टी में 4600 का लक्ष्य दिखाई दे रहा है और 4200 के स्तर पर स्टॉप लॉस दिख रहा है।
शार्ट टर्म रेसिस्टेंस 4440 के स्तर पर है और इंट्राडे रेसिस्टेंस 4380 के स्तर पर है। हमने 4400 के भाव पर कॉल की खरीद और पुट की बिकवाली देखी है जो इस बात का संकेत है कि खरीदार और बिकवाल दोनों ही 4400 के ऊपर कारोबार देख रहे हैं।