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फिलहाल 3000-3100 के दायरे में ही होगा निफ्टी में कारोबार

Last Updated- December 08, 2022 | 10:43 AM IST

कमजोर एशियाई बाजारों के चलते निफ्टी शुरुआत में ही थोड़ा नीचे चला गया ।


हालांकि यहां से इसने अपनी स्थिति सुधार कर उसने 3110 अंकों के कारोबारी दिवस के सर्वोच्च स्तर को छुआ, अंतत: आखिर में वह शुक्रवार को कारोबार खत्म होने के स्तर से 38 अंक नीचे था। उम्मीद के अनुसार सूचकांक को 3100 के स्तर से ऊपर रेजिस्टेंस मिला।

इसके साथ ही मुनाफा वसूली के चलते सूचकांक 3050 अंकों से नीचे 3039 पर बंद हुआ। एंबिट कैपिटल के तकनीकी विश्लेषक के अनुसार निफ्टी ऊपर या फिर नीचे की ओर किसी बड़े ब्रेकआउट के आने तक 3000 से 3100 के बीच कारोबार करता रहेगा।

निफ्टी 3080 के स्तर से ऊपर सप्लाई के बड़े दबाव का सामना कर रहा है और उसे 3050 के स्तर से नीचे सपोर्ट मिल रहा है। उदाहरण के लिए निफ्टी दिसंबर फ्यूचर्स 3041 पर बंद हुआ, लेकिन सोमवार को इसका अधिकांश कारोबार 3074 अंकों के औसत पर हुआ।

यानी अधिकांश कारोबार 3041 के स्तर से ऊपर हुआ। आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर फ्यूचर्स में 56 फीसदी कारोबार 3090 के औसत पर हुआ जबकि 22 फीसदी कारोबार 3050 से नीचे हुआ।

ऊंचे स्तर पर रिलायंस इंडस्ट्रीज (4.34 फीसदी नीचे) और आईसीआईसीआई बैंक (5.87 फीसदी नीचे) जैसे बड़े सूचकांकों पर ऊपरी स्तर पर भी सप्लाई का दबाव देखा गया।

रिलायंस के दिसंबर फ्यूचर्स में 1345 रुपये के औसत से 68.8 लाख शेयरों का कारोबारी वॉल्यूम था। इसमें से 41.6 लाख शेयरों में लेन देन 1345 रुपये की भाव पर हुआ। यह इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि ऊंचे लेवल पर कंपनी सप्लाई के दबाव का सामना कर रही है।

रियालिटी शेयरों में डीएलएफ के दिसंबर फ्यूचर्स में हुई शॉर्ट कवरिंग केचलते वह 3.3 फीसदी ऊपर गया। साथ ही इसके जनवरी फ्यूचर्स में लांग पोजीशन के रोल ओवर होने से यह 3.3 फीसदी ही चढ़ा।

निफ्टी 3100 के कॉल पर खरीदारों और बिकवालों के मध्य लेन देन हुआ। इससे पता चलता है कि 3100 के स्तर के ऊपर सूचकांक को गहरा सपोर्ट मिला हुआ है। इसी तरह 3100 के भाव पर पुट राइटर अपनी शॉर्ट पोजीशन कवर करते देखे गए ।

First Published - December 22, 2008 | 8:43 PM IST

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