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बॉश चेसिस डिलिस्टिंग मुद्दे पर करेगा विचार विमर्श

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 4:44 AM IST

विश्व की दूसरी सबसे बड़ी रेल फ्यूल इंजेक्शन उत्पादन करने वाली कंपनी बॉश चेसिस जीएमबीएच की भारत स्थित सब्सिडयरी कंपनी बॉश सिस्टम इंडिया को अपने मूल कंपनी से स्वैच्छिक डिलिस्टिंग का निर्देश मिला है।


बाश चेसिस सिस्टम्स इंडिया ने आज कहा कि उसकी जर्मन पैतृक कंपनी ने 600 रूपए प्रति शेयर  के आधार पर उसकी सार्वजनिक हिस्सेदारी के अधिग्रहण  की पेशकश की है।

डीलिस्टिंग की पेशकश के कारण शेयर की कीमतों में इजाफा हुआ जो 20 फीसदी बढ़कर 538. 85 रूपए ऊपरी सर्किट छू गया, जबकि बंबई स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) में शेयर  432. 60 रूपए पर खुला था। बीएसई में 94 लाख शेयरों का हस्तांतरण हुआ। बाश चेसिस ने बीएसई को बताया कि पैतृक होल्डिंग कंपनी राबर्ट बॉश  ने कंपनी के प्रमुख शेयरों के अधिग्रहण का प्रस्ताव किया है।

बॉश  चेसिस का निदेशक मंडल 12 जून का इस प्रस्ताव पर विचार करने के लिए बैठक करेगा। सिस्टम इंडिया के मुताबिक इसे बांबे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से वॉलुन्टिरी डिलिस्िटिंग का निर्देश प्राप्त हुआ है। इस बाबत 12 जून को कंपनी बोर्ड की एक मीटिंग तय की गई है।

कंपनी ने ऊपर से मिले निर्देशों के मुताबिक सभी अच्छा प्रदर्शन करने वाले शेयरों को अधिगृहीत करने का प्रस्ताव रखा है। बशर्ते कि प्रत्येक शेयरों की कीमतें 600 रुपये से ज्यादा की न हो। इस वक्त रॉबर्ट बॉश  एलएलसी ओर रॉबर्ट बॉश  इंवेस्टमेंट नीदरलैंड बीवी(कंपनी के प्रोमोटर)की कंपनी के कुल शेयरों में 80 फीसदी की हिस्सेदारी है।

First Published : June 10, 2008 | 10:51 PM IST