सेंट्रम ब्रोकरेज ने बजाज कंज़्यूमर के शेयर पर ‘BUY’ यानी खरीद की राय दी है। रिपोर्ट के अनुसार कंपनी का शेयर इस समय ₹168 के आसपास है और ब्रोकरेज ने इसका लक्ष्य ₹215 तय किया है। यानी आने वाले समय में इसमें करीब 28% तक का रिटर्न मिल सकता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी की आय भले ही हल्की बढ़ी हो, लेकिन मुनाफे में गिरावट आई है। इसके बावजूद, भविष्य में कंपनी के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई गई है।
मार्च तिमाही में बजाज कंज़्यूमर की कुल आय सालाना आधार पर 5.3% बढ़ी है। हालांकि, ऑपरेटिंग मुनाफा (EBITDA) 2.7% और शुद्ध मुनाफा (PAT) 12.8% गिरा है। यानी कंपनी की बिक्री तो बढ़ी है लेकिन लागत और दूसरे खर्चों के चलते मुनाफा घटा है।
कंपनी की प्रमुख प्रोडक्ट लाइन ADHO हेयर ऑयल, जो कुल बिक्री का 80% हिस्सा रखती है, उसकी मात्रा (वॉल्यूम) में 3% की बढ़ोतरी हुई है। छोटे पैक यानी सैशे की बिक्री में फिर से तेजी आई है, जबकि बड़े पैक पहले की तरह अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। यानी मुख्य उत्पाद स्थिर तरीके से चल रहे हैं और मांग धीरे-धीरे वापस लौट रही है। कंपनी के बाकी 20% प्रोडक्ट्स, जिन्हें नॉन-ADHO पोर्टफोलियो कहा जाता है, में दो अंकों की ग्रोथ देखी गई है। इसमें सबसे ज़्यादा योगदान नारियल तेल से जुड़े प्रोडक्ट्स का रहा, जिसके बाद ADHO ब्रांड के स्किन और हेयर केयर आइटम्स भी अच्छी गति से बढ़े। इससे साफ है कि कंपनी अपने पारंपरिक उत्पादों से आगे बढ़कर नए प्रोडक्ट्स में भी अच्छा कर रही है।
जहां एक ओर ग्रॉस ट्रेडिंग (GT) चैनल में मामूली गिरावट दर्ज की गई, वहीं वैकल्पिक चैनल्स, जिनका कंपनी के कुल कारोबार में 25% योगदान है, उन्होंने चौथी तिमाही में 30% की बढ़त दिखाई। कंपनी के अंतरराष्ट्रीय कारोबार ने भी दमदार प्रदर्शन किया, जिसमें गल्फ कंट्रीज़ और अफ्रीका से 25% और नेपाल से 20% की ग्रोथ आई।
हालांकि कंपनी की कुल बिक्री में बढ़त है, लेकिन मार्जिन पर दबाव बना हुआ है। ग्रॉस मार्जिन 54% पर आ गया है, जो पिछले साल की तुलना में 40 बेसिस पॉइंट कम है। इसके पीछे नारियल तेल से जुड़े उत्पादों में कम मार्जिन होना बड़ी वजह रहा। इसी तरह EBITDA मार्जिन भी 100 बेसिस पॉइंट घटकर 11.4% रह गया है। इसमें कर्मचारियों की लागत में 12.6% और अन्य खर्चों में 4.4% की बढ़ोतरी का असर दिखा।
कंपनी के प्रबंधन को भरोसा है कि ADHO की मांग आने वाले समय में बेहतर होगी। इसके पीछे दो बड़ी वजहें हैं – एक तो बाजार की स्थिति अब पहले से बेहतर हो रही है क्योंकि खाने-पीने की चीज़ों की महंगाई कम हो रही है, और दूसरा, कंपनी ने अपने वितरण नेटवर्क को मज़बूत किया है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 24,000 नए स्टोर्स जोड़े गए हैं और अब राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में विस्तार किया जा रहा है।
सेंट्रम ब्रोकरेज का मानना है कि वित्त वर्ष 2025 से 2027 के बीच कंपनी की आय सालाना आधार पर डबल डिजिट यानी लगभग 10% की दर से बढ़ेगी। इसके साथ ही मुनाफे के मार्जिन में भी करीब 4% की बढ़ोतरी की उम्मीद है। कंपनी की कमाई का अनुमान 20% बढ़ाया गया है और टारगेट प्राइस ₹215 तय किया गया है, जो कि FY27 के अनुमानित मुनाफे पर 17x प्राइस-टू-अर्निंग्स के आधार पर है। ब्रोकरेज ने अपनी ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखा है।
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