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मंदी के बावजूद ऐक्टिस ने जुटाए 3 अरब डॉलर

Last Updated- December 08, 2022 | 6:40 AM IST

विश्व स्तर पर छाई बेतहाशा मंदी के बावजूद ऐक्टिस ने तेजी से उभरते बाजारों केफंड के लिए तीन अरब डॉलर जुटाए हैं।


ऐक्टिस इमर्जिंग मार्केट्स 3 (एईएम) के लिए इससे पहले 2.5 अरब डॉलर जुटाने का अनुमान था लेकिन इससे ज्यादा की रकम जुटाई गई।

ऐक्टिस वैश्विक स्तर पर कारोबार करने वाली निजी इक्विटी निवेशक कंपनी है जिसने मंदी के बीच इतनी बड़ी रकम जुटाने में सफलता पाई है।

ऐक्टिस ने अपने लक्ष्य यानी 2.5 अरब डॉलर से ज्यादा की राशि जुटाई है। इस राशि का इस्तेमाल ऐक्टिस अफ्रीका, चीन, भारत, लैटिन अमेरिका और दक्षिण पूर्व-एशिया में 30-40 निवेश वाले डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो के निर्माण में करेगी। ऐक्टिस ने यह भी कहा कि वह अगले तीन..चार वर्षों में भारत में एक अरब डालर का निवेश करेगी।

एक्टिस दस साल से अधिक समय से भारत में निजी इक्विटी निवेशक है। इस नए फंड से ऐक्टिस केपूंजी आबंटन में लचीलापन आएगा और तेजी से उभरते बाजारों में यह निवेश के प्रमुख अवसरों या क्षेत्रों में निवेश कर पाने में सक्षम होगी। ऐक्टिस के एक बयान में कहा गया है कि एईएम3 विश्व भर के सौ से अधिक डायवर्सिफाइड निवेशकों का समूह है।

इनमें कई तो ऐसे हैं जिन्होंने तेजी से उभरते बाजारों में पहली बार अपना पैसा लगाया है। बयान में कहा गया है कि निवेशकों के समर्थन से जाहिर है कि निवेशक उसके पुराने रिकार्ड को मान्यता दे रहे हैं।

इस बाबत एक्टिस में वरिष्ठ साझेदार पॉल फ्लेचर का कहना है कि हम इस बात को लेकर काफी खुश हैं कि हमारे पास उन बेहतरीन निवेशकों का समूह है जो तेजी से उभरते बाजारों में निवेश के अवसर को भली-भांति समझते हैं और इनमें निवेश केअवसर से नहीं चूकते हैं।

उन्होंने कहा कि मौजूदा आर्थिक संकट के बावजूद इनके निवेश उत्साह में कहीं से कोई कमी नहीं आई है।

First Published - December 1, 2008 | 9:26 PM IST

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