डॉलर इंडेक्स में नरमी और वित्त वर्ष की समाप्ति करीब आने पर निर्यातकों द्वारा डॉलर बेचने से रुपया आज छह हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। डॉलर के मुकाबले रुपये में छह महीने के बाद लगातार 5 दिनों तक तेजी का सिलसिला देखा गया। रुपया 23 पैसे चढ़कर 86.57 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। सोमवार को रुपया 86.80 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
डीलरों ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा डॉलर खरीदे जाने से रुपये की तेजी थोड़ी कम रही। एक निजी बैंक के डीलर ने कहा, ‘डॉलर का नरम रहना सकारात्मक था। वित्त वर्ष खत्म होने वाला है, ऐसे में विदेशी बैंकों और निर्यातकों की ओर से डॉलर की बिकवाली की गई। मगर सरकारी बैंकों ने डॉलर खरीदे।’ डॉलर इंडेक्स 0.2 फीसदी गिरकर 103 पर आ गया।
बाजार के भागीदारों ने कहा कि अगर अमेरिका में आर्थिक आंकड़े प्रतिकूल नहीं रहे तो रुपये में सुधार बना रह सकता है। अमेरिका में इस हफ्ते खुदरा बिक्री के आंकड़े आएंगे और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक होगी। एक सरकारी बैंक के डीलर ने कहा कि रुपया डॉलर इंडेक्स के हिसाब से चल रहा है। डॉलर इडेक्स में गिरावट के बीच मार्च में अभी तक रुपया 1.09 फीसदी मजबूत हुआ है। हालांकि चालू वित्त वर्ष में रुपया 3.65 फीसदी नरम हुआ है। इस साल अभी तक इसमें 1.10 फीसदी की नरमी आई है।