भारती एयरटेल की सहायक कंपनी भारती हेक्साकॉम सहित चार कंपनियों को बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की मंजूरी मिल गई है। आईपीओ के जरिये भारती हेक्साकॉम में सरकार के स्वामित्व वाली टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स अपनी 30 फीसदी हिस्सेदारी में 20 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी।
भारती एयरटेल के पास भारती हेक्साकॉम में 70 फीसदी हिस्सेदारी है जो राजस्थान और पूर्वोत्तर सर्कल में ग्राहकों को सेवा देती है। इसके अलावा सोलर इंजीनियरिंग फर्म ज्योति स्ट्रक्चर्स, इंजीनियरिंग सेवा प्रदाता डिफ्यूजन इंजीनियर्स और सोलर ईपीसी कंपनी रेज पावर इन्फ्रा को भी आईपीओ की मंजूरी मिली है।
वाहन वितरक फर्म पॉपुलर व्हीकल्स ऐंड सर्विसेज के शेयर मंगलवार को पहले ही दिन 6 फीसदी से ज्यादा गिर गए। इस तरह यह भी सूचीबद्धता के समय फ्लाप आईपीओ कंपनी में शुमार हो गई है। कंपनी का शेयर अपने 295 रुपये के निर्गम मूल्य से करीब 6.44 फीसदी अथवा 19 रुपये गिरकर 276 रुपये पर बंद हुआ।
गिरावट के साथ सूचीबद्ध होने वाली यह लगातार चौथी कंपनी है। बाजार प्रतिभागियों का कहना है कि स्मॉलकैप शेयरों में बिकवाली का असर हालिया सूचीबद्धता पर पड़ी है। कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को 1.25 गुना अभिदान मिला था। आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 280-295 रुपये प्रति शेयर था।
सरकारी स्वामित्व वाली शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एससीआई) से अलग हुई गैर प्रमुख इकाई शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लैंड ऐंड ऐसेट्स (एससीआईएलएएल) के शेयर कारोबार के पहले दिन 44.5 रुपये पर बंद हुए। इससे कंपनी का मूल्यांकन 2,071 करोड़ रुपये रह गया। यह डीमर्जर एससीआई में अपनी बहुलांश हिस्सेदारी बेचने की सरकार की विनिवेश योजना का हिस्सा है।
नवंबर 2021 में गठित एससीआईएलएएल में एससीआई की गैर-प्रमुख संपत्ति होगी। डीमर्जर योजना को फरवरी 2023 में मंजूरी दी गई थी और यह 14 मार्च से प्रभावी हुई। एससीआई शेयरधारकों को एससीआई के प्रत्येक शेयर के लिए एससीआईएलएएल का एक शेयर में एक दिया गया।