एक्सिस सिक्योरिटीज की जुलाई रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी ‘टॉप पिक्स बास्केट’ ने पिछले तीन महीनों में 9.7% का रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी50 ने इसी दौरान 8.5% का रिटर्न दर्ज किया। यानी टॉप पिक्स बास्केट ने निफ्टी को 1.2% से पछाड़ा है। एक महीने की बात करें तो इसमें 3.7% की बढ़त दर्ज की गई। मई 2020 से अब तक इस बास्केट ने 336% का कुल रिटर्न दिया है, जो निफ्टी के 175% से काफी ज्यादा है।
एक्सिस सिक्योरिटीज के हेड ऑफ रिसर्च नीरज चड्ढावर मुताबिक, भारत की घरेलू ग्रोथ ट्रेजेक्टरी स्थिर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक और सरकार की नीतियां FY26 में ग्रोथ को मज़बूती देंगी। हाल में किए गए कई पॉलिसी फैसले जैसे कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) में कटौती, ब्याज दरों में संभावित कमी, बजट में कंजम्प्शन को बढ़ावा और सरकारी पूंजी खर्च में तेजी, सभी इस ओर इशारा करते हैं कि FY26 का साल FY25 की तुलना में ज्यादा बेहतर रहने वाला है।
फरवरी 2025 के बाद से भारतीय बाजार में तेज़ रिकवरी देखने को मिली है। निफ्टी में 15% की उछाल आई है, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप में क्रमशः 25% और 29% की तेजी दर्ज की गई है। इसके पीछे बड़ी वजह है कि ग्लोबल मैक्रो वोलैटिलिटी कम हुई है, व्यापारिक रिश्तों में सुधार दिखा है, तेल के दाम गिरे हैं और घरेलू ग्रोथ का सेटअप मज़बूत हुआ है। जून महीने में स्मॉलकैप इंडेक्स 5.7% और मिडकैप 4% चढ़े, वहीं निफ्टी में 3.1% की हल्की बढ़त रही।
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रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि अब बाजार की दिशा काफी हद तक Q1FY26 के नतीजों और कंपनियों की गाइडेंस पर निर्भर करेगी। अगर इन नतीजों में कोई बड़ी नेगेटिव सरप्राइज़ नहीं आती और ट्रेड पॉलिसी को लेकर अनिश्चितता और कम होती है, तो निफ्टी एक नया रिकॉर्ड बना सकता है। हालांकि, आने वाले दो महीने बाजार के लिए कंसॉलिडेशन वाले हो सकते हैं, जहां Breadth थोड़ी सीमित रह सकती है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि धीरे-धीरे मिडकैप और स्मॉलकैप में रिटर्न की संभावनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन ये रिकवरी चरणबद्ध होगी। इस दौरान एक्सिस सिक्योरिटीज ने अपने टॉप पिक्स में बदलाव भी किया है। ICICI बैंक में प्रॉफिट बुकिंग की गई है और Bajaj Finance को शामिल किया गया है, जो ब्याज दर में कटौती से फायदा उठाने वाली थीम का हिस्सा है। कंपनी का ध्यान अब क्वालिटी स्टॉक्स, लीडर कंपनियों और घरेलू फोकस वाले सेक्टरों जैसे BFSI, टेलीकॉम, कंजम्प्शन, हॉस्पिटल और कैपेक्स पर है।
मार्च 2026 के लिए एक्सिस सिक्योरिटीज ने निफ्टी का बेस केस टारगेट 26,300 रखा है, जिसे FY27 की अनुमानित कमाई पर 20x वैल्यूएशन के आधार पर तय किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि अप्रैल में इस मल्टीपल को 19x से बढ़ाकर 20x किया गया, क्योंकि इंडेक्स में हाई PE स्टॉक्स (जैसे Jio Financial और Eternal) को शामिल किया गया है।
बुल केस यानी सबसे अच्छे हालात में अगर ग्लोबल वोलैटिलिटी घटती है और US में सॉफ्ट लैंडिंग होती है, तो निफ्टी 21x वैल्यूएशन पर 27,600 तक जा सकता है। वहीं बियर केस यानी नकारात्मक स्थिति में अगर पॉलिसी में बड़ा बदलाव होता है या ग्लोबल महंगाई बढ़ती है, तो निफ्टी का वैल्यूएशन गिरकर 17x हो सकता है और लक्ष्य 22,300 रह सकता है। हालांकि, रिपोर्ट मानती है कि बियर केस की संभावना अब काफी कम हो चुकी है।