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बाजार में फिर बहेगी निवेश की गंगा

Last Updated- December 08, 2022 | 8:07 AM IST

पैसे की किल्लत झेल रहे म्युचुअल फंडों को बैंकों से राहत मिलने के बाद अब देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी से राहत मिलने की उम्मीद है।


सरकारी कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम ने म्युचुअल फंड कंपनियों में 14,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है।

पिछले साल एलआईसी ने इसमें करीब 4,500 करोड़ रुपये का निवेश किया था। एलआईसी के प्रबंध निदेशक थॉमस मैथ्यू टी का कहना है कि पिछले साल म्युचुअल फंडों की स्थिति बेहतर थी,

लेकिन मौजूदा समय में इन कंपनियों की नियतकालिक योजनाओं और मनी मार्केट फंडों को पैसे की किल्लत झेलनी पड़ रही है।

मैथ्यू ने बताया कि इस साल करीब 10 फंड हाउसों ने एलआईसी से निवेश के लिए संपर्क किया है। हालांकि उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि कंपनी अपने एलआईसी म्युचुअल फंड में कितना निवेश करेगी।

एलआईसी की म्युचुअल फंडों में 14,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना

रिजर्व बैंक की ओर से विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉन्ड (एफसीसीबी) को समय-पूर्व पुनर्खरीद (प्री-मैच्योर बॉयबैक) की अनुमति मिलने के बाद अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस पहली ऐसी कंपनी  होगी, जो एफसीसीबी की पुनर्खरीद करेगी।

आरकॉम की ओर से 1 अरब डॉलर रकम उगाही के लिए फरवरी 2007 में विदेशी मुद्रा परर्वत्तनीय बॉन्ड जारी किया गया था। मौजूदा समय में इस बॉन्ड का कारोबार निर्गम मूल्य से 35 फीसदी कम कीमत पर हो रहा है। इस कीमत पर उसे 65 करोड़ डॉलर खर्च करना होगा।

इस बॉन्डों को खरीदने के लिए आरकॉम की ओर से रुपये के मद में भुगतान किया जा सकता है। रिजर्व बैंक ने 50 करोड़ डॉलर तक के बॉन्डों की खरीद रुपये में करने की भी अनुमति दी है। आरकॉम के पास मौजूदा समय में 10,000 करोड़ रुपये का नकद है। ऐसे में कंपनी आसानी से पुनर्खरीद कर सकती है।

रिलायंस कम्युनिकेशंस करेगी एफसीसीबी की पुनर्खरीद

First Published - December 9, 2008 | 11:56 PM IST

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