स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस (जीएफएस)के प्रबंध निदेशक सीजे जॉर्ज ने कमोडिटी ब्रोकिंग सेवा प्रदान करने के लिए एक नई कंपनी स्थापित करने की घोषणा की है।
नई कंपनी पूरी तरह उनके स्वामित्व की होगी और जल्द ही यह काम करना शुरू कर देगी। उनका यह कदम जीएफएस के ब्रोकिंग कारोबार ठप पर जाने के बाद आया है,जिसके चलते 200 लोग बेरोजगार हो गए हैं।
नई कंपनी जीएफएस के प्लेटफॉर्म के जरिए अपना काम करेगी। मालूम रहे कि कंपनी ने कमोडिटी एक्सचेंज से नाम वापस लेने का फैसला लिया था,ताकि उसे सेन्ट्रल बैंक की अनुमति मिल जाए कि वह बीएनपी परीबास को अपनी 27.18 फीसदी हिस्सेदारी का ओपेन ऑफर प्रस्तुत कर सके। सूत्रों का यह भी कहना है कि कानूनी पेंच के सुलझते ही नई कंपनी जीएफएस के साथ विलय भी कर लेगी।
गौरतलब है कि विलय को लेकर विदेशी कंपनियों को कमोडिटी वायदा बाजार में निवेश की अनुमति मिलनी बाकी है। लिहाजा, यह मसला हल होते ही नई कंपनी जीएफएस के साथ विलय कर लेगी। उधर जियोजित ने अपने सूचना तकनीक शाखा के विस्तार की भी योजना तैयार की है। इस बाबत कंपनी इसके विस्तार के लिए 2011 तक 100 करोड़ रूपयों का निवेश और 1000 लोगों की नई भर्तियां करेगी।
सूत्रों के मुताबिक 100 से 150 लोगों की इसी साल भर्ती होगी। बीएनपी परीबास ने भी इस संबंध में जियोजित टेक्नोलॉजी से तकनीकी सेवाएं लेने की हामी भर दी है। वह यह सेवाएं अपने विभिन्न सिक्योरिटी से संबंधित कारोबार के लिए करेगा। इसके लिए परीबास ने जियोजित टेक्नोलॉजी में 60 करोड़ रूपए निवेश करते हुए कुल 35 फीसदी शेयर खरीदे हैं। जियोजित के दुबई वाले काम एक जेवी कं पनी के जरिए जून तक लांच हो जाएगी।