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हीरो होंडा-शानदार सवारी

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 2:03 PM IST

हीरो होंडा के लिए जून की तिमाही काफी बेहतर रही। कंपनी की ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन में 1.3 फीसदी का सुधार देखा गया और यह 12 फीसदी के स्तर पर पहुंच गया।


10,332 करोड़ की हीरो होंडा के राजस्व में भी बेहतर बढ़ोतरी देखी गई और यह 16 फीसदी बढ़कर 2,843 करोड़ पर पहुंच गया। कंपनी की वॉल्यूम ग्रोथ में भी 11 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। कंपनी को अपनी बिक्री बढ़ानें में इस तिमाही में बने लो बेस की वजह से भी मद्द मिली।

मौजूदा चुनौतीपूर्ण माहौल में भी कंपनी अपने वाहनों की कीमत में 500 रु से 1,000 रुपए की बढ़ोतरी करने में सफल रही और इसका कंपनी की बिक्री पर कोई असर नहीं पड़ा। इसके बावजूद भी कि कच्चे माल की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं, कंपनी की कच्चे माल की लागत में एक फीसदी की कमी आई और यह 71.9 फीसदी के स्तर पर आ गया।

कंपनी की भारतीय दुपहिया बाजार में 50 फीसदी से भी ज्यादा की हिस्सेदारी है और एक्जीक्युटिव सेगमेंट में भी कंपनी की एक बड़ी हिस्सेदारी है। कंपनी ने शादी के माहौल का सबसे ज्यादा फायदा उठाया। कंपनी ने इस बार ज्यादा लाभ देने वाली बाईकों को ज्यादा बिक्री की। पैशन, सीबीजेड-एक्सट्रीम और हंक की बिक्री इस बार ज्यादा हुई। इसके अलावा इस बार कंपनी ने मार्केटिंग और प्रमोशन पर खर्चों में भी कटौती की।

हीरो होंडा अपने प्रतियोगियों से इस आधार पर भी आगे है कि वह बिना किसी फाइनेंस स्कीम के ज्यादा वाहनों की बिक्री करनें में सफल हो जाती है। कंपनी के वाहनों की बिक्री देश के शहरी और ग्रामीण इलाकों दोनों में समान रुप से होती है। कंपनी ने दोनों इलाकों में अपने प्रतियोगियों की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन किया है। दुपहिया वाहनों की बिक्री में जून की पहली तिमाही में आठ फीसदी का सुधार देखा गया और इसमें और भी तेजी आ सकती है, अगर छठवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू की जाती हैं।

हीरों होंडा को इस फेस्टिव सीजन का सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। कंपनी को वित्त्तीय वर्ष 2009 में 11,500 करोड़ का राजस्व प्राप्त होंने की संभावना है और कंपनी का शुध्द लाभ 1,160 करोड़ के करीब रहेगा। कंपनी की प्रति शेयर आय में भी 20 फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है। मौजूदा बाजार मूल्य 736 रुपए पर कंपनी के स्टॉक का कारोबार वित्त्तीय वर्ष 2009 में अनुमानित आय से 12.4 गुना के स्तर पर हो रहा है। जबकि 505 रुपए पर बजाज ऑटो का कारोबार वित्त्तीय वर्ष 2009 में अनुमानित आय से नौ गुना डिस्काउंटेड मू्ल्य पर हो रहा है।

एबीबी-बिक्री फिर गिरी

एबीबी के शेयर की कीमतों में गुरुवार से अब तक 15 फीसदी से भी अधिक की गिरावट आई है जबकि कंपनी ने गुरुवार को राजस्व में सिर्फ 15 फीसदी की बढ़त का ऐलान किया था। कंपनी का इस वित्त्तीय वर्ष में राजस्व 1,620 करोड़ रुपए रहा। इस इंजीनियरिंग कंपनी का राजस्व मार्च की तिमाही में कमजोर रहा था जबकि कंपनी ने राजस्व में 17 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की थी।

गौरतलब है कि साल 2007 की मार्च तिमाही में कंपनी ने अपने राजस्व में 35 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की थी। कच्चे माल की कीमतों के बढ़ने की वजह से लागत बढ़ने के बावजूद कंपनी केऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन में एक फीसदी का सुधार देखा गया। कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन इस बढ़त के साथ 11.8 फीसदी के स्तर पर पहुंच गया। इसके कंपनी को अपने ऑपरेटिंग प्रॉफिट को भी 16 फीसदी बढ़ानें में मद्द मिली।

कंपनी के मजबूत लाभ की वजह ऑटोमेशन प्रोडक्ट डिविजन से होने वाले लाभ में बढ़ोतरी रही जिसकी वजह से कंपनी की इबिडटा मार्जिन में 2.7 फीसदी का सुधार देखा गया। कंपनी के शुध्द लाभ में भी 21 फीसदी का सुधार हुआ और यह 132 करोड़ के स्तर पर पहुंच गया। इसकी वजह रही कि कंपनी की अन्य आय और लोअर इंट्रेस्ट पेआउट में बढ़त देखी गई। कंपनी के टॉपलाइन ग्रोथ के अच्छे न रहने की वजह यह रही कि कंपनी अपने कुछ बड़े गैस्टेशन प्रोजेक्ट का इंप्लीमेंटेशन कर रही है।

5,930 करोड़ की एबीबी के नए ट्रांसफार्मर, स्विचगियर और मोटर की बिक्री मजबूत रही है। कंपनी के पास ऑर्डर बुक की अच्छी है। कंपनी की ऑर्डर बुक में 34 फीसदी की मजबूत बढ़ोतरी हुई। कंपनी के पास मौजूदा समय में 6,780 करोड़ की ऑर्डर बुक है। जिससे कंपनी को आगे राजस्व में ज्यादा बढ़त होने की संभावना है। कंपनी को वित्तीय वर्ष 2009 में 7,500 करोड़ का राजस्व और 650 करोड़ का शुध्द लाभ प्राप्त होनें की संभावना है। इस साल से यह शेयर अंडरपरर्फार रहा है। मौजूदा बाजार मूल्य 772 रुपए पर कंपनी के स्टॉक का कारोबार वित्तीय वर्ष 2009 की अनुमानित आय से 25 गुना के स्तर पर हो रहा है।

First Published : July 30, 2008 | 10:45 PM IST