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Infosys: तिमाही नतीजे बेहतर, लेकिन मुनाफावसूली से शेयर में गिरावट, जानें क्या कहते हैं विश्लेषक

राजस्व और लाभ अनुमानों से बेहतर, लेकिन अल्पावधि चुनौतियां बरकरार; डिस्क्रेशनरी खर्च में सुधार से दीर्घावधि में सकारात्मक संकेत।

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- January 17, 2025 | 10:12 PM IST

सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र में सुधार की उम्मीद लंबे समय से की जा रही थी। लेकिन ब्रोकर अब प्रमुख आईटी कंपनियों के लिए बढ़ते डिस्क्रेशनरी खर्च के साथ सुधार और बदलाव के संकेतों की बात कर रहे हैं। इन्फोसिस इस बदलाव के लिए उनका सबसे अच्छा दांव बन गया है।

हालांकि कंपनी के शेयर में भारी मुनाफावसूली हुई और शुक्रवार को दिन के कारोबार में बीएसई पर यह 5.89 फीसदी गिरकर 1,812.70 रुपये पर आ गया। इससे पहले आईटी सेवा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी के अमेरिकी सूचीबद्ध शेयरों में रात में 6 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में अनुमान से बेहतर नतीजे घोषित किए हैं। इसके बावजूद शेयर में यह गिरावट आई है। कंपनी का शुद्ध लाभ तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 11.4 फीसदी बढ़कर 6,806 करोड़ रुपये रहा जो ब्लूमबर्ग के 6,773 करोड़ रुपये के अनुमान से ज्यादा है। तिमाही आधार पर शुद्ध लाभ 4.6 फीसदी बढ़ा।

तिमाही के लए राजस्व सालाना आधार पर 7.6 फीसदी बढ़कर 41,764 करोड़ रुपये रहा, जो ब्लूमबर्ग के 41,353 करोड़ रुपये के अनुमान से ज्यादा है। तिमाही आधार पर राजस्व में 1.9 फीसदी तक का इजाफा हुआ। बर्नस्टीन ने 2,330 रुपये के लक्ष्य के साथ इसे आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है जबकि एचएसबीसी ने खरीद के साथ 2,120 रुपये का लक्ष्य दिया है। नोमूरा ने खरीद के साथ लक्ष्य बढ़ाकर 2,220 रुपये कर दिया है जबकि मॉर्गन स्टेनली ने 2,150 रुपये का लक्ष्य रखा है।

अल्पावधि चुनौतियां

मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों का मानना है कि इन्फोसिस के लिए डिस्क्रेशनरी खर्च में सुधार की रफ्तार फिलहाल ज्यादा व्यापक नहीं है। तीसरी तिमाही में राजस्व वृद्धि काफी हद तक ऊंचे पास-थ्रू राजस्व से हुई थी जिससे वृद्धि के टिकाऊ होने पर चिंताएं बढ़ गई हैं। उन्हें उम्मीद है कि ये राजस्व वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में समाप्त हो जाएंगे जिससे वित्त वर्ष 2025 के अनुमान में तिमाही आधार पर 1 फीसदी की कमी आ सकती है।

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों ने बीएफएसआई में इन्फोसिस के लिए डिस्क्रेशनरी खर्च में सुधार को ध्यान में रखा है जो तिमाही आधार पर 3.1 फीसदी तक बढ़ा और रिटेल सेगमेंट मजबूत हॉलिडे सीजन पर आधारित रहा।

दीर्घावधि सकारात्मक बदलाव

कंपनी प्रबंधन ने अपने वित्त वर्ष 2025 के राजस्व अनुमान को स्थिर मुद्रा (सीसी) में बढ़ाकर 4.4-5 फीसदी कर दिया है जो पहले 3.75-4.5 फीसदी था। साथ ही प्रबंधन ने 20-22 फीसदी का एबिटा मार्जिन अनुमान बनाए रखा है। नुवामा के विभोर सिंघल, निखिल चौधरी और युक्ति खेमानी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है, ‘इन्फोसिस ने लगातार तीन तिमाहियों से अपने अनुमान को बढ़ाया है – जो वृहद और व्यावसायिक बुनियादी आधार में सुधार का संकेत है।’

First Published : January 17, 2025 | 10:01 PM IST