IPOs: भारत के सेकेंडरी मार्केट में उत्साह लगातार बना हुआ है और बेंचमार्क इंडेक्स रोजाना नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। प्राइमरी मार्केट में भी माहौल गुलजार हैं और गतिविधि में तेजी देखी जा रही है।
भारत के प्राइमेरी मार्केट में अब रिटेल भागीदारी में वृद्धि का अनुभव हो रहा है। इसके पीछे का कारण हाई रिटर्न की संभावना और वित्तीय बाजारों तक अब लोगों की आसान पहुंच है।
लाइवमिंट की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर में 47 कंपनियों ने सेकेंडरी मार्केट में डेब्यू किया और सामूहिक रूप से 16,152 करोड़ रुपये जुटाए।
इनमें से 13 आईपीओ (IPO) मेनबोर्ड श्रेणी के थे, जिसमें बजाज हाउसिंग फाइनेंस सबसे बड़ा था। इसका आईपीओ आकार 6,560 करोड़ रुपये था। इसके बाद प्रीमियर एनर्जीज़ (Premier Energies) का स्थान रहा, जिसका इश्यू साइज़ 2,830.4 करोड़ रुपये था। बाकी 34 कंपनियां एसएमई श्रेणी की थीं।
इन आईपीओ ने दिया छप्परफाड़ रिटर्न
सितंबर में लिस्टेड 47 कंपनियों में से लगभग 61 प्रतिशत अपने इश्यू प्राइस से ऊपर कारोबार कर रही हैं। ट्रैवल्स एंड रेंटल्स का एसएमई आईपीओ 283% लाभ के साथ सबसे आगे है, इसके बाद प्रीमियर एनर्जीज 146% और नमो ईवेस्ट मैनेजमेंट 127% लाभ के साथ दूसरे स्थान पर है।
आईपीओ में खुदरा निवेशकों की उत्साही भागीदारी ने विशेष रूप से एसएमई सेगमेंट में सदस्यता स्तर को आश्चर्यजनक ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। ऐसा एसएमई आईपीओ ढूंढना जो खुदरा श्रेणी में पूरी तरह से सब्सक्राइब न हो, काफी असामान्य हो गया है।
भारत का आईपीओ बाजार पहले 8 महीनों में तीन गुना बढ़ा
ग्लोबलडेटा की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2024 के पहले आठ महीनों में 227 आईपीओ लिस्ट हुए। इससे कुल मिलाकर 12.2 अरब डॉलर जुटाए गए। यह 2023 में इसी अवधि के दौरान जुटाए गए 4.3 अरब डॉलर से लगभग तीन गुना अधिक है।