Representative Image
Nephro Care IPO Listing: नेफ्रो केयर इंडिया (Nephro Care India ) के शेयरों ने शुक्रवार को NSE के SME प्लेटफॉर्म पर शानदार डेब्यू किया। कंपनी के प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी। नेफ्रो केयर के शेयर एनएसई एसएमई पर 171 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुए, जो आईपीओ मूल्य 90 रुपये प्रति शेयर से 90% प्रीमियम पर था।
लिस्टिंग के बाद नेफ्रो केयर के शेयरों में और तेजी आई। यह उछलकर 179.55 रुपये के अपर सर्किट पर पहुंच गए। इसका मतलब है कि आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशक अब भी 80 प्रतिशत लाभ कमा रहे हैं।
यह भी पढ़ें: Vraj Iron and Steel IPO Listing: निवेशकों को हुआ तगड़ा मुनाफा, आईपीओ लिस्टिंग के बाद लगा अपर सर्किट
GMP से भी शानदार संकेत
लिस्टिंग से पहले, नेफ्रो केयर इंडिया आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 175 रुपये प्रति शेयर था, जो लगभग 195% प्रीमियम को दर्शाता है।
नेफ्रो केयर इंडिया आईपीओ लिस्टिंग पहला एसएमई आईपीओ है जो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) द्वारा गुरुवार को प्री-ओपनिंग सेशन के दौरान एसएमई आईपीओ के इश्यू प्राइस पर प्राइस कंट्रोल कैप लगाने के बाद लिस्ट हुआ है।
नेफ्रो केयर आईपीओ को मिला जोरदार रिस्पॉन्स
नेफ्रो केयर का ₹41.26 करोड़ का आईपीओ 28 जून से 2 जुलाई तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली और यह कुल मिलाकर 715.78 गुना सब्सक्राइब हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 245.14 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1,787.19 गुना, और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 634.12 गुना भरा गया।
इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 45.84 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं।
यह भी पढ़ें: घटे Xiaomi के ऑर्डर तो अटका IPO
जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल
Nephro Care India आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कोलकाता में विवासिटी मल्टीस्पेशल्टी हॉस्पिटल के नाम से एक मल्टी-स्पेशल्टी हॉस्पिटल खोलने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
नेफ्रो केयर इंडिया आईपीओ के बारे में
नेफ्रो केयर इंडिया का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 28 जून को खुला और 2 जुलाई को बंद हुआ। आईपीओ का आवंटन 3 जुलाई को अंतिम रूप दिया गया था और आईपीओ की लिस्टिंग आज, 5 जुलाई को हुई।
जानें प्राइस बैंड-
नेफ्रो केयर इंडिया आईपीओ का प्राइस बैंड ₹85 से ₹90 प्रति शेयर रखा गया था। प्राइस बैंड के ऊपरी सिरे पर, कंपनी ने बुक-बिल्ट इश्यू से ₹41.26 करोड़ जुटाए। यह एसएमई आईपीओ पूरी तरह से 45.84 लाख नए इक्विटी शेयरों का इश्यू था।
क्या करती है Nephro Care India?
नेफ्रो केयर इंडिया, जो 2014 में स्थापित हुआ, कोलकाता में स्थित एक हॉस्पिटल है। यहां किडनी से जुड़ी बीमारियों का विशेष इलाज होता है। कंपनी की वित्तीय स्थिति पर नजर डालें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 8.87 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। हालांकि, अगले वित्त वर्ष 2022 में इसे 98 हजार रुपये का शुद्ध घाटा हुआ, लेकिन इसके बाद स्थिति में तेजी से सुधार हुआ और वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने 1.94 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया।