बाजार में कमजोर परिदृश्य और आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को निवेशकों से मिली ठंडी प्रतिक्रिया को धता बताते हुए फूड डिलिवरी कंपनी स्विगी का शेयर आज अपने पहले दिन के कारोबार में ही 19 फीसदी चढ़ गया। कंपनी का शेयर 390 रुपये के निर्गम मूल्य के मुकाबले 74 रुपये यानी 19 फीसदी बढ़त के साथ 464 रुपये पर बंद हुआ।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कारोबार के दौरान इस शेयर ने 466 रुपये के उच्चतम और 391 रुपये के निम्नतम स्तर को छुआ। एनएसई पर स्विगी के 4,844 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद-फरोख्त हुई। दिन भर के कारोबार के बाद स्विगी का बाजार मूल्यांकन 1.04 लाख करोड़ रुपये रहा जो उसे भारत की 85वीं सबसे मूल्यवान कंपनी बनाता है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की लगातार बिकवाली के बीच बाजार में समग्र गिरावट के बावजूद स्विगी का प्रदर्शन दमदार रहा। बेंचमार्क निफ्टी 26 सितंबर के अपने सर्वोच्च स्तर से करीब 10 फीसदी लुढ़क चुका है। स्विगी का 11,327 करोड़ रुपये का आईपीओ इस साल का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ है। कंपनी ने बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच अपने आईपीओ के साथ पूंजी बाजार में दस्तक दी थी और उसे महज 3.6 गुना आवेदन मिला था।
स्विगी के आईपीओ के लिए 90 फीसदी से अधिक आवेदन संस्थागत निवेशकों से मिले थे। मगर 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ 22 अक्टूबर को सूचीबद्ध हुई ह्युंडै मोटर इंडिया के कमजोर प्रदर्शन ने भी प्राथमिक शेयर बिक्री के प्रति धारणा को कमजोर कर दिया था।
विशेषज्ञों ने कहा कि स्विगी के आईपीओ का प्रदर्शन शानदार रहा और इससे अन्य कंपनियों को आईपीओ के साथ पूंजी बाजार में उतरने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही इससे प्रौद्योगिकी क्षेत्र के स्टार्टअप की शेयर बिक्री को भी बढ़ावा देगी। चालू कैलेंडर वर्ष में आईपीओ के जरिये जुटाई गई रकम ने 2021 में जुटाई गई 1.19 लाख करोड़ रुपये के पिछले रिकॉर्ड को पार कर लिया है। इसमें 70 से अधिक कंपनियों ने कुल मिलाकर 1.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक जुटाए हैं।
बाजार प्रतिभागियों ने कहा कि स्विगी और फूड डिलिवरी बाजार की अग्रणी कंपनी जोमैटो के बाजार मूल्यांकन में अधिक अंतर से स्विगी को बढ़ावा मिला। जोमैटो 2021 में सूचीबद्ध हुई थी और उसका मौजूदा बाजार मूल्यांकन 2.28 लाख करोड़ रुपये है।
मैक्वेरी ने एक नोट में कहा है, ‘भारत के दूसरे सबसे बड़े उपभोक्ता ऐप स्विगी के लिए फूड डिलिवरी क्षेत्र में बाजार की अग्रणी कंपनी जोमैटो तक पहुंचने के लिए रास्ता बिल्कुल साफ है।’
नोट में कहा गया है, ‘स्विगी का मार्जिन जोमैटो के लगभग बराबर है, मगर समायोजित एबिटा मार्जिन के लिहाज से अंतर काफी अधिक है। इसकी मुख्य वजह ब्रांडिंग एवं कर्मचारी लागत को खपाने के लिए सकल ऑर्डर मूल्य का आधार कम होना है। हम देख रहे हैं कि स्विगी करीब 30 फीसदी अधिक लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं के साथ लाभप्रदता के अंतर को पाट सकती है।’