सरकारी रेलवे कंपनी इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) ने चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च 2025) के नतीजों की तारीख बदल दी है। पहले यह नतीजे 29 अप्रैल को आने थे, लेकिन अब कंपनी ने कहा है कि वह 28 अप्रैल 2025, सोमवार को अपने तिमाही और सालाना नतीजे जारी करेगी। यह पहली बार होगा जब IRFC ‘नवरत्न’ दर्जा मिलने के बाद कोई तिमाही नतीजे पेश करेगी। मार्च 2025 में सरकार ने IRFC को नवरत्न का दर्जा दिया था।
कंपनी का क्या कहना है
IRFC ने पिछले हफ्ते 16 अप्रैल को शेयर बाजार को बताया था कि उसका बोर्ड 29 अप्रैल को बैठक कर नतीजे मंजूर करेगा। लेकिन अब 21 अप्रैल को नए फाइलिंग में कहा गया कि बोर्ड की बैठक 28 अप्रैल को होगी, जिसमें चौथी तिमाही के साथ पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के नतीजे मंजूर किए जाएंगे। इसके साथ ही कंपनी वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बाजार से उधारी (Market Borrowing Programme) को भी मंजूरी दे सकती है।
IRFC ने यह साफ नहीं किया है कि वह फाइनल डिविडेंड देगा या नहीं। हालांकि मार्च में कंपनी ने ₹0.80 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड दिया था।
ट्रेडिंग विंडो अभी भी बंद
कंपनी ने बताया कि उसका ट्रेडिंग विंडो 1 अप्रैल से बंद है और यह नतीजों के जारी होने के 48 घंटे बाद तक बंद रहेगा। इसका मतलब है कि कंपनी के अंदर के लोग अभी शेयर खरीद-बेच नहीं कर सकते।
IRFC को हाल ही में मिला नवरत्न दर्जा
IRFC को मार्च में भारत सरकार ने ‘नवरत्न’ PSU का दर्जा दिया था। IRCTC को भी यह दर्जा उसी वक्त मिला था। नवरत्न बनने से अब IRFC को ₹1,000 करोड़ तक के निवेश के लिए सरकार की मंजूरी की ज़रूरत नहीं होगी। सोमवार को IRFC का शेयर 1.47% चढ़कर ₹131.35 पर बंद हुआ।