बाजार गुरुवार को अनिश्चितता के साथ खुले और पिछले दिन की बंदी के आसपास ही कारोबार करते रहे, इसके बाद बिकवाली का दबाव बनने से नीचे फिसलते गए और दिन भर ऐसे ही बने रहे।
आखिरी घंटे में कुछ रिकवरी दिखी और सेंसेक्स कुल 145 अंक की गिरावट के साथ 13,457 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 51 अंक गिरकर 4111 पर रहा।
निफ्टी अक्टूबर वायदा ज्यादातर समय 30-40 अंकों के प्रीमियम पर ही काराबोर करता रहा।
सितंबर सीरीज की एक्सपायरी में औसत से कम रोलओवर दिखे, निफ्टी का रोलओवर 60 फीसदी जबकि बाजार का 76 फीसदी रहा। अक्टूबर का रोलओवर 33 अंक के प्रीमियम पर रहा जो इस बात का संकेत है कि कारोबारियों ने अपनी शार्ट पोजीशन रोलओवर नहीं की हैं।
अक्टूबर वायदा का रोलओवर 270.7 लाख शेयरों का रहा जबकि पिछले महीने सितंबर का रोलओवर 300.7 लाख शेयरों का रहा है। एंजिल ब्रोकिंग के डेरिवेटिव और इक्विटी एनालिस्ट सिध्दार्थ भामरे के मुताबिक निफ्टी वायदा में कम रोलओवर इस बात का संकेत है कि कारोबारियों ने कोई निश्चित संकेत नहीं मिलने से अपनी शार्ट पोजीशन कैरी फावर्ड नहीं की हैं।
बाजार सीमित दायरे में ही कारोबार करता रहा है और निफ्टी 3800-4300 अंकों के दायरे में रहा है। कोई भी सकारात्मक संकेत बाजार को 4300 के स्तर पर ले जा सकता है लेकिन अगर नकारात्मक संकेत मिले तो बाजार को यह 3800 के स्तर तक ले जा सकता है।
मार्केट का रोलओवर सितंबर एक्सपायरी के आखिरी दिन 76 फीसदी रहा है जबकि इसके पहले के सत्र में यह 57 फीसदी रहा है।
हालांकि यह रोलओवर पहले की एक्सपायरी के 79.2 फीसदी के औसत रोलओवर से कम ही रही हैं। इंडेक्स और स्टॉक वायदा का ओपन इंटरेस्ट 46,132 करोड़ का रहा है जबकि पिछले महीने इस दौरान यह 34,749 करोड़ का रहा है।